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शहीद धनसिंह कोतवाल की संघर्ष गाथा पर हुआ संगोष्ठी का आयोजन

शहीद धनसिंह कोतवाल की संघर्ष गाथा पर हुआ संगोष्ठी का आयोजन

– शहीद धनसिंह कोतवाल ही मेरठ में 1857 की क्रांति के महानायक थे। शहीद मंगल पांड़े जी तो कभी मेरठ आये ही नही- डॉक्टर लक्ष्मीकांत वाजपेई, सांसद राज्यसभा

– कोतवाल जी का मुख्य उद्देश्य देश को गुलामी की बेडियो से बाहर निकाल कर देश को स्वतंत्र कराना था – कृष्ण सिंह, प्रयागराज उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश

बागपत, उत्तर प्रदेश। विवेक जैन।
धनसिंह कोतवाल शोध संस्थान मेरठ द्वारा 1857 के महान क्रांतिनायक वीर शहीद धनसिंह कोतवाल जी की संघर्ष गाथा और शहादत को नमन संगोष्ठी का चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी मेरठ के बृहस्पति भवन में भव्य आयोजन किया गया। संगोष्ठी में जनपद बागपत सहित दिल्ली एनसीआर से आये सैकड़ों लोगों ने शिरकत की। राज्यसभा सांसद और संगोष्ठी के मुख्य अतिथि डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेई ने अपने उद्बोधन में कहा कि शहीद धनसिंह कोतवाल जी ही मेरठ में 1857 की क्रांति के महानायक थे। कहा कि उन्होंने मेरठ में 1857 में हुई क्रांति के सम्बन्ध में काफी तथ्य जुटाये है जिनसे यह सिद्ध होता है कि मेरठ की क्रांति से वीर शहीद मंगल पांडे जी का कोई लेना-देना नहीं था। कहा कि मंगल पांड़े तो कभी मेरठ आये ही नही। इतिहास के तथ्यों को सही किया जाना चाहिए। प्रयागराज उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश व संगोष्ठी के अध्यक्ष कृष्ण सिंह जी ने कहा कि शहीद धनसिंह कोतवाल जी का उद्देश्य देश को गुलामी की बेडियो से बाहर निकाल कर देश को स्वतंत्र कराना था। राष्ट्रपति पुरस्कार पदक विजेता व संगोष्ठी के अति विशिष्ट अतिथि सरबजीत सिंह कपूर ने कहा कि मेरठ में बनने वाले मेट्रो ट्रेन के एक स्टेशन का नाम मेरठ क्रांति के महानायक शहीद धनसिंह कोतवाल जी के नाम पर रखा जाना चाहिए। गढ़ के पूर्व विधायक व संगोष्ठी के अति विशिष्ट अतिथि कमल मलिक ने कहा कि धन सिंह कोतवाल मां भारती के सच्चे सपूत थे, हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। अति विशिष्ट अतिथि व प्रमुख समाजसेवी कमल दत्त शर्मा ने कहा कि धन सिंह कोतवाल जी राष्ट्रीय एकता के प्रतीक थे। उनकी जीवन गाथा को स्कूलों में बच्चों को पढ़ाया जाना चाहिए। वह प्रयास करेंगे की धनसिंह कोतवाल का नाम इतिहास की किताबों में दर्ज हो। संगोष्ठी में विभिन्न धर्मो के धर्मगुरुओं ने भाग लिया और अपने उद्बोधन में धन सिंह कोतवाल जी की शहादत को नमन किया। धनसिंह कोतवाल जी के वंशज एवं धनसिंह कोतवाल शोध संस्थान मेरठ के चेयरमैन तस्वीर सिंह चपराना ने संगोष्ठी में सहयोग करने वाले सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर नेशनल अवार्डी एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार विपुल जैन बागपत, प्रधानाचार्य रामपाल सिंह, एडवोकेट नरेश गुर्जर, राष्ट्रीय किसान यूनियन के उपाध्यक्ष मैनपाल सिंह, अश्वनी त्यागी, सूरजपाल सिंह, प्रोफेसर नवीन चंद्र गुप्ता, धनसिंह कोतवाल शोध संस्थान के सदस्य जीएम बृजपाल सिंह चौहान, डीएसपी बले सिंह, एडवोकेट जबर सिंह, गुलबीर सिंह पार्षद, रोबिन गुर्जर, प्रोफेसर विवेक त्यागी, प्रोफेसर देवेश शर्मा, मनोज कुमार धामा, संजीव कुमार गाडिना, प्रधानाचार्य संजीव नागर, अरुण खटाना, हंसराज, सोनपाल सिंह, सतनाम नागर, अभिषेक नागर, अमन नागर, नवीन खारी, शुभम बिधूड़ी, बड़ी संख्या में निवर्तमान डीएसपी गण, पुलिस विभाग के अधिकारी, धन सिंह कोतवाल महिला शोध समूह की सदस्यों सहित बड़ी संख्या में युवा शक्ति ने प्रतिभाग किया।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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