सोने की क़ीमतों में ऐसी तेज़ी शायद पहले कभी नहीं थी.
कुछ महीने पहले जिसने गोल्ड ज्वैलरी ख़रीदी या गोल्ड में इन्वेस्ट किया, वो अब अफ़सोस जता रहा है कि काश! कुछ ज़्यादा ख़रीद लिया होता.
जिसने ऐसा नहीं किया वो पूछ रहा है कि क्या ऐसे ही बढ़ते रहेंगे गोल्ड के दाम?
वो ये भी सोच रहे हैं कि अभी ज्वैलरी ख़रीदना या गोल्ड ईटीएफ़ में निवेश कितनी समझदारी है.





