उदयपुरः उदयपुर शहर के बाजारों में इन दिनों जंगल जलेबी की बहार आई हुई है. जिसे आम भाषा में कीकर भी कहा जाता है. यह गर्मियों में आदिवासियों के लिए आय का प्रमुख स्रोत बना हुआ है. जंगल जलेबी उदयपुर के आदिवासी इलाकों के जंगलों में उगने वाला सर्वाधिक फल है जो गर्मियों के मौसम में आते हैं. इन्हें शहरवासी भी काफी ज्यादा पसंद करते है. वहीं, यह फल त्वचा, हड्डियों और मांसपेशियों के लिए भी काफी लाभदायक होता है.जंगल जलेबी एक फल है. लेकिन इसका नाम बेहद अजीब है. जंगल में उगने और जलेबी की तरह गोल गोल होने की वजह से इस फल का नाम जंगल जलेबी रखा गया है. यह अपने सफेद व गुलाबी कलर व हल्के मीठे स्वाद के लिए जाना जाता है. विशेष बात यह है कि इसका पेड़ कहीं भी उग जाता है और फल भी देने लगता है.
आदिवासी अंचल के लोगों के लिए बना आय का स्रोत
उदयपुर संभाग के आदिवासी अंचल के जंगलों में जंगल जलेबी के पेड़ सर्वाधिक मात्रा में और इन दिनों इन पर भरपूर मात्रा में फल आ रहे हैं. आदिवासी अंचल के लोग इन फलों को तोड़कर शहर में बेच रहे हैं, जिससे यह उनकी आय का स्रोत बना हुआ है. बाजार में करीब 60 से ₹70 किलो जंगल जलेबी फल बेचे जा रहे हैं. जिससे आदिवासियों को आए प्राप्त हो रही है.
जंगल जलेबी का सेवन स्किन के लिए लाभकारी
त्वचा हड्डियों और मांसपेशियों के लिए भी है लाभकारी विशेषज्ञ वैद्य शोभालाल जी का कहना है कि जंगल जलेबी का सेवन स्किन के लिए लाभकारी है. इसमें कई ऐसे पोषक तत्व है जो हड्डियों-मांसपेशियों को भी मजबूत करती है. लेकिन वर्षों से भारत में भी उग रहा है. देश में इसका अन्य उपयोग भी हो रहा है.