शीत लहर (कोल्ड वेव) से बचाव के उपाय
कवर्धा, दिसंबर 2024। सर्दी का मौसम आ चुका है और मौसम में बदलाव के साथ ही स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है। विशेष रूप से जब “कोल्ड वेव“ (शीत लहर) की स्थिति उत्पन्न होती है, तो यह शारीरिक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकती है। अत्यधिक ठंड, शीतलहर और बर्फबारी के प्रभाव से बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्तियों और लंबे समय तक बाहर रहने वालों को स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याओं का सामना हो सकता है। मौसम विभाग ने भी कबीरधाम में 10 जनवरी तक शीतलहर चलने की चेतावनी जारी की है।
इस विशेष मौसम में संक्रमण, श्वसन संबंधी समस्याएं, और हाइपोथर्मिया (यह एक मेडिकल इमरजेंसी है, जब शरीर का तापमान खतरनाक रूप से कम हो जाता है) जैसी समस्याएं सामान्य हैं। ऐसे में यह अत्यंत आवश्यक है कि हम अपनी सेहत का ध्यान रखें और ठंड से बचने के लिए जरूरी कदम उठाएं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल राज ने जिले के सभी नागरिकों से सर्दी के इस मौसम में सावधानियां अपनाने जानकारी साझा किया है। सर्दी का मौसम स्वास्थ्य समस्याओं के अलावा, दुर्घटनाओं का भी कारण बन सकता है। इसलिए सर्दी के इस मौसम में अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। हमें चाहिए कि हम सावधानियों के साथ इस मौसम का सामना करें और स्वास्थ्य समस्याओं से बचें।
गर्म कपड़े पहनें
सर्दी से बचने के लिए हमेशा ऊनी या गर्म कपड़े पहनें। खासकर सिर, हाथ, और पैरों को ढक कर रखें क्योंकि शरीर के इन हिस्सों से सबसे अधिक गर्मी निकलती है। यदि आप बाहर जा रहे हैं, तो गहरे रंग के कपड़े पहनें क्योंकि गहरे रंग सूरज की गर्मी को अवशोषित करने में मदद करते हैं।
स्वस्थ आहार लें
ठंड के मौसम में शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इसके लिए पौष्टिक आहार लें जैसे कि ताजे फल, हरी सब्जियां, नट्स, दालें, आदि। इसके अलावा, गर्म तरल पदार्थ जैसे सूप, चाय, दूध और अदरक का सेवन करें, जो शरीर को अंदर से गर्म रखते हैं।
हाइपोथर्मिया से बचें
हाइपोथर्मिया एक ऐसी स्थिति होती है, जब शरीर का तापमान सामान्य से बहुत कम हो जाता है। इसे गंभीर ठंड में लंबे समय तक बाहर रहने से बचाव किया जा सकता है। यदि शरीर में अकड़न, कांपना, या थकान महसूस हो तो तुरंत गरम स्थान पर चले जाएं और गर्म कपड़े पहनें।
घर के अंदर रहें
विशेष रूप से अत्यधिक ठंड के दौरान, अगर कोई अत्यावश्यक कार्य न हो तो घर के अंदर ही रहें। ठंडी हवाएं शरीर को और कमजोर कर सकती हैं। घर के दरवाजे और खिड़कियों को बंद रखें ताकि ठंडी हवा अंदर न आ सके। घर के अंदर ही गर्मी बनाए रखें और सर्दी के प्रभाव को कम करने के लिए हीटर का उपयोग करें।
स्वास्थ्य समस्याओं पर ध्यान दें
यदि ठंड के कारण बुखार, जुकाम, खांसी, सांस लेने में कठिनाई, या दर्द का अनुभव हो, तो इसे नजरअंदाज न करें। तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें। समय पर उपचार से सर्दी, खांसी, और फ्लू जैसे सामान्य रोगों से बचाव किया जा सकता है।
बच्चों और बुजुर्गों का खास ध्यान रखें
बच्चों और बुजुर्गों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, और वे जल्दी सर्दी से प्रभावित हो सकते हैं। उन्हें पर्याप्त गर्म कपड़े पहनाएं, उनका ख्याल रखें और उन्हें ठंडी हवा से बचाएं।
सड़क पर विशेष सतर्कता बरतें
सर्दी के मौसम में फिसलन और सड़क पर कुहरा हो सकता है, जिससे दुर्घटनाएं हो सकती हैं। चलते समय विशेष ध्यान रखें और सुरक्षित मार्ग से यात्रा करें।