छत्तीसगढ़

नाबार्ड की पहलों से कबीरधाम में विकास की नई इबारत, कृषि, जल संरक्षण और महिला सशक्तिकरण को मिला बढ़ावा

नाबार्ड की पहलों से कबीरधाम में विकास की नई इबारत, कृषि, जल संरक्षण और महिला सशक्तिकरण को मिला बढ़ावा

कवर्धा,   दिसम्बर 2024। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने कबीरधाम जिले में कृषि, जल संरक्षण, महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण विकास के लिए विभिन्न योजनाओं और परियोजनाओं के माध्यम से विकास की नई लहर पैदा की है। इन पहलों का मुख्य उद्देश्य कृषि उत्पादन में वृद्धि, जल संसाधनों का संरक्षण, ग्रामीण ढांचे का विकास और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है।
नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक श्री हर्ष देशमुख ने जानकारी देते हुए बताया कि कृषि क्षेत्र संवर्धन निधि के अंतर्गत किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों और उपकरणों का प्रशिक्षण प्रदान किया गया है, जिससे फसल उत्पादन में 35 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके साथ ही, मूंग, मक्का, कपास और सरसों जैसी फसलों का उत्पादन कर किसानों की आय में सुधार हुआ है। वहीं, जलसंभर विकास परियोजना के अंतर्गत जल और मृदा संरक्षण के प्रयास किए गए हैं, जिससे जल संसाधनों का बेहतर प्रबंधन संभव हो पाया है।
जनजातीय विकास निधि के अंतर्गत बंजर भूमि को उपजाऊ बनाकर वहां आम, कटहल, नींबू और अमरूद जैसे फलदार वृक्षों के साथ-साथ अन्य सब्जियों की बाड़ियाँ तैयार की गई हैं, जिससे कई जनजातीय परिवारों की आय में बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा, नाबार्ड ने महिला स्वयं सहायता समूहों के गठन और उनके सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इन समूहों के माध्यम से महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए गए हैं, जिससे वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं। किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) के गठन के माध्यम से 3,000 से अधिक किसानों को लाभ पहुंचाया गया है। वहीं, ग्रामीण ढांचे के विकास को मजबूत करने के लिए ग्रामीण अवसंरचना विकास निधि के तहत सिंचाई परियोजनाएं, सड़कें, पुल, पेयजल और जल आपूर्ति परियोजनाओं को लागू किया गया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में परिवहन, संचार और जल सुविधाओं में व्यापक सुधार हुआ है।
इसके अतिरिक्त, जिले में प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (पैक्स) का कम्प्यूटरीकरण किया जा रहा है, ताकि इन्हें कोर बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा जा सके। इससे किसानों को तेजी और पारदर्शिता के साथ बैंकिंग सेवाओं का लाभ मिलेगा। वहीं, सहकार-से-समृद्धि योजना के तहत बहुउद्देशीय पैक्स स्थापित करने की दिशा में भी ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। श्री देशमुख ने बताया कि नाबार्ड का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में समग्र विकास को बढ़ावा देना और किसानों, महिलाओं तथा ग्रामीण उद्यमियों को सशक्त बनाना है। उन्होंने विश्वास जताया कि नाबार्ड की ये पहलें जिले में समृद्धि और विकास के नए आयामो को स्थापित कर रही है।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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