दुर्ग: छत्तीसगढ़ की स्टील सिटी दुर्ग भिलाई में रविवार को ऐतिहासिक कलश यात्रा का आयोजन किया गया. इस यात्रा ने पूर इलाके को भक्ति के रंग में सराबोर कर दिया. इस कलश यात्रा में करीब 15 हजार महिलाओं ने हिस्सा लिया. यह दुर्ग जिले की अब तक की सबसे बड़ी कलश यात्रा है. महिलाओं ने 5 किलोमीटर तक नगर का भ्रमण किया.
जामुल में कलश यात्रा की शुरुआत पारंपरिक विधि-विधान के साथ हुई. महिलाएं भजन-कीर्तन करती हुई, जय श्रीराम के जयघोष के साथ आगे बढ़ रही थीं। यात्रा के दौरान बाजे-गाजे, ढोल-नगाड़े और शंखनाद से पूरा नगर गुंजायमान हो उठा. मार्ग में जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर कलश यात्रा का स्वागत किया. इस आयोजन में महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. महिलाएं पीले कलर की परिधान में नजर आई. सिर पर कलश रखकर महिलाओं ने करीब 5 किलोमीटर तक का सफर तय किया.
यह भव्य आयोजन रामानुजाचार्य स्वामी डॉ. राघवाचार्य जी महाराज जी के कार्यक्रम से पहले तय किया गया. महाराज जी 29 दिसंबर से 6 जनवरी तक सुरडुंग स्टेडियम में विशाल धार्मिक आयोजन करने जा रहे हैं. इस ऐतिहासिक कलश यात्रा की हर ओर चर्चा हो रही है. इस कलश यात्रा ने जामुल को नई सांस्कृतिक पहचान दी है.





