अमृत सरोवर पर लहराया तिरंगा, ग्रामीणों ने आजादी का जश्न मनाकर दी एकता की मिसाल
मनरेगा से बने अमृत सरोवर बने राष्ट्रीय पर्वों का संगम स्थल, गूंजा भाईचारे का संदेश
अमृत सरोवर बने आजादी का जश्न मनाने का मंच, ग्रामीणों ने तिरंगा यात्रा से दिया एकता का संदेश
कवर्धा, अगस्त 2025। कबीरधाम जिले के ग्राम पंचायतों में निर्मित अमृत सरोवर अब केवल जल संरक्षण का साधन नहीं, बल्कि राष्ट्रीय पर्वों पर सामाजिक समरसता और भाईचारे का केंद्र बन गए हैं। 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जिलेभर के अमृत सरोवरों में ग्रामीणों ने ध्वजारोहण कर राष्ट्रीय गान गाया और तिरंगा यात्रा निकालकर एकता व अखंडता का संदेश दिया। इस अवसर पर ग्रामीणों ने मिलजुलकर राष्ट्रीय पर्व की खुशियां साझा कीं और सामाजिक सौहार्द को और मजबूत किया।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) से निर्मित अमृत सरोवरों का महत्व अब दोगुना हो गया है। ये न सिर्फ जल संरक्षण और भू-जल स्तर बढ़ाने में सहायक साबित हो रहे हैं बल्कि रोजगार उपलब्ध कराने और सामाजिक जीवन में सामंजस्य लाने का भी काम कर रहे हैं। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत जिले की ग्राम पंचायतों में 113 अमृत सरोवरों का निर्माण किया गया था, जो अब राष्ट्रीय पर्वों के अवसर पर सामूहिक आयोजनों का केंद्र बन चुके हैं।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में ग्रामीणों ने तिरंगा यात्रा निकाली, सांस्कृतिक गतिविधियां कीं और पंचायत क्षेत्र के विकास से जुड़े मुद्दों पर सामूहिक चर्चा भी की। अमृत सरोवर में जल संचय के कारण न सिर्फ भू-जल स्तर बढ़ा है, बल्कि ग्रामीण समूहों को मछली पालन जैसी आजीविका गतिविधियों से वैकल्पिक आय भी प्राप्त हो रही है।
कलेक्टर कबीरधाम श्री गोपाल वर्मा ने बताया कि केंद्र और राज्य शासन के निर्देशानुसार जिले में जल संरक्षण के अनेक कार्य किए गए हैं। अमृत सरोवर भी उसी दिशा में एक बड़ा कदम है, जिसने रोजगार, आय और सामाजिक एकता को नया आयाम दिया है। उन्होंने कहा कि अब अमृत सरोवर गांवों को आपस में जोड़ने और विकास का साझा मंच बन चुके हैं।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत कबीरधाम श्री अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि अमृत सरोवर निर्माण से ग्रामीणों को बड़े पैमाने पर रोजगार मिला है और प्राकृतिक पर्यावरण के संरक्षण की दिशा में भी सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पर्वों के अवसर पर अमृत सरोवरों में होने वाले सामूहिक आयोजन से ग्रामीणों में एकता, अखंडता और भाईचारे का संदेश गूंज रहा है।