डिजिटल भारत की दिशा में बड़ा कदम : ग्राम पंचायत स्तर पर खुल रहे अटल डिजिटल सुविधा केंद्र बने ग्रामीणों के लिए वरदान
अब गांव में ही मिल रही ऑनलाइन सेवाएं, नहीं जाना पड़ रहा शहर
महिलाओं और बुजुर्गों के लिए राहत, घर के पास ही पेंशन और योजना की राशि हो रही प्राप्त
कवर्धा, अक्टूबर 2025। डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने की दिशा में कवर्धा जिले में अटल डिजिटल सुविधा केंद्रों की स्थापना एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो रही है। अब जिले के ग्रामीणों को विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन सेवाओं के लिए शहर नहीं जाना पड़ रहा है। पैसे निकालने, जमा करने, यात्रा टिकट बुकिंग, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, बी-1, नक्शा-खसरा जैसे दस्तावेज अब ग्राम पंचायत स्तर पर ही उपलब्ध हो रहे हैं। इस सुविधा का सबसे अधिक लाभ महिलाओं, बुजुर्गों और दिव्यांग जनों को मिल रहा है। पहले जहां योजनाओं से मिलने वाली राशि निकालने या आवश्यक दस्तावेजों के लिए उन्हें शहर तक की यात्रा करनी पड़ती थी, वहीं अब अटल डिजिटल केंद्र ने यह सब काम उनके गांव तक पहुंचा दिया है। इससे उनका समय, श्रम और धन तीनों की बचत हो रही है।
ग्राम चिल्फी की निवासी श्रीमती तिजिया बाई विश्वकर्मा बताती हैं कि अब वे पेंशन और महतारी वंदन योजना से मिलने वाली राशि अटल डिजिटल केंद्र के माध्यम से गांव में ही निकाल लेती हैं। पहले उन्हें शहर जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। उन्होंने कहा कि अब सरकार ने गांव में डिजिटल सुविधा केंद्र खोलकर बहुत बड़ा काम किया है। हमें महिलाओं को बहुत राहत मिली है। इसके लिए हम सरकार को धन्यवाद देते हैं। अटल डिजिटल सुविधा केंद्र न केवल सेवाओं की सुलभता बढ़ा रहे हैं, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी सृजित कर रहे हैं। ग्रामीण युवाओं को केंद्र संचालन का जिम्मा मिलने से आत्मनिर्भरता की दिशा में भी प्रगति हो रही है।
वर्तमान में कबीरधाम जिले की 206 ग्राम पंचायतों में अटल डिजिटल सुविधा केंद्र संचालित हैं, जिनसे हजारों ग्रामीण लाभान्वित हो रहे हैं। इन केंद्रों के माध्यम से अब ग्राम स्तर पर शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन और वित्तीय लेनदेन दोनों ही सरल व पारदर्शी हो गए हैं। डिजिटल क्रांति की इस पहल ने साबित कर दिया है कि जब तकनीक गांव तक पहुंचती है, तो विकास की रफ्तार कई गुना बढ़ जाती है। अटल डिजिटल सुविधा केंद्र ग्रामीणों के लिए सिर्फ सेवा का माध्यम नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की नींव बनते जा रहे हैं।