शाहजहांपुर: जैसे-जैसे तापमान में गिरावट आ रही है, ठीक उसके विपरीत हरा धनिया के रेट आसमान छूने लगे हैं. हरा धनिया की लगातार बढ़ती हुई कीमत का लाभ किसान भी ले सकते हैं. किसान अगर इस समय हरा धनिया की फसल लगा दें तो अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. हरा धनिया की फसल 20 से 22 दिनों में तैयार हो जाती है और किसान कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं. हरा धनिया का इस्तेमाल सब्जियों में मसाले के तौर पर किया जाता है, लेकिन हरा धनिया की खेती करते समय किसानों को उपजाऊ मिट्टी और उन्नत किस्म का चयन करना चाहिए.
जिला उद्यान अधिकारी डॉ. पुनीत कुमार पाठक के अनुसार हरा धनिया की खेती के लिए दोमट और बलुई मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है, जिसका पीएच मान 6.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए. यह फसल सामान्य जलवायु में उगती है और इसे रबी व खरीफ दोनों मौसम में बोया जा सकता है. ठंडे मौसम में बेहतर पैदावार मिलती है, इसलिए आदर्श तापमान 20-25 डिग्री सेल्सियस है. उन्नत किस्मों में सीएस 2 और सीएस 287 लोकप्रिय हैं, जो अधिक उत्पादन देती हैं और कीट एवं रोगों से सुरक्षित रहती हैं.
लगा दें ये 2 दो किस्में
हरा धनिया की सीएस 287 किस्म जो किसानों को बंपर उत्पादन देने के लिए जानी जाती है. यह किस्म 25 से 30 दिनों में बुवाई के बाद कटिंग के लिए तैयार हो जाती है. खास बात यह है कि ये किस्म किसानों को प्रति हेक्टेयर 10 क्विंटल तक उत्पादन देती है. सीएस 2 किस्म, किसानों की पहली पसंद है. ये किस्म प्रति हेक्टेयर 13 क्विंटल से भी ज्यादा उत्पादन देती है. खास बात ये है कि सही देखभाल करने पर 30 दिनों में कटिंग के लिए तैयार हो जाती है. इसकी पत्तियां बेहद ही सुगंधित होती है.





