बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर के चकरभाटा में करीब सप्ताह भर पहले हुए ब्लाइंड मर्डर में पुलास को बड़ी सफलता मिली है। इस मामले में पुलिस ने मृतक की सास, पत्नी व हत्या करने वाले सुपारी किलर्स को गिरफ्तार किया है। मृतक शराब का आदी था और अपनी पत्नी पर अत्याचार करता था। इससे तंग आकर उसकी सास ने एक लाख की सुपारी देकर हत्या करवाई। इस मामले में पुलिस ने एक सप्ताह बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
दरअसल पुलिस को 17 जुलाई को सूचना मिली कि हिर्री माईन्स के पास एक अज्ञात मृतक का शव पड़ा है। शुरुआती जांच में हत्या का मामला सामने आया और एसपी रजनेश सिंह ने चकरभाठा को तत्काल हत्या का प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिये। अज्ञात शव की शिनाख्त व आरोपियों की पतासाजी के लिए एसीसीयू बिलासपुर (सायबर सेल) व थाना चकरभाठा की संयुक्त टीम द्वारा घटना स्थल के आसपास के करीब 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाला।

टेक्निकल इनपुट एकत्र कर घटना की महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की गई। प्राप्त टेक्निकल इन्पुट के आधार पर एसीसीयू. बिलासपुर (सायबर सेल) व थाना चकरभाठा की संयुक्त टीम द्वारा अज्ञात मृतक कि शिनाखत ग्राम मोहनपुर थाना बलौदा जिला जांजगीर चाम्पा (छग) निवासी साहिल कुमार पाटले के रूप में की गई। इसेक बाद जानकारी के अनुसार कडी से कडी जोड़ते व सभी तथ्यो को खंगालते आरोपियो की पहचान कर उन्हें हिरासत में लिया गया। आरोपियों में मृतक की सास सरोजनी खुंटे, पत्नी वर्षा खुंटे, राजाबाबू खुंटे व विकास आदिले शामिल हैं।

मामले की जांच पर पाया गया कि मृतक साहिल पाटले व आरोपिया वर्षा खुंटे ने प्रेम विवाह किया था, मृतक शराब पीने का आदि था जो अपनी पत्नि वर्षा को शराब के नशे में मारता पिटता था वर्षा उपरोक्त घटना अपनी मां सरोजनी को बताती थी तब वर्षा और सरोजनी ने राजाबाबू खुंटे व विकास आदिले के साथ मिलकर साहिल पाटले के हत्या की योजना बनायी। इसके एवज में दोनों को एक लाख रुपए देने की भी बात हुई। इसके लिए एडवांस 8 हजार रुपए सरोजनी ने राजाबाबू को दिया था।
घटना दिनांक को राजाबाबू और विकास साहिल के साथ पल्सर मोटर सायकल क्रमांक सीजी 11 बीजे 1748 से घटना स्थल हिर्री माइन्स में पहुंचे। यहां तीनों ने शराब पी। जब साहिल को नशा हो गया तब पास पडे पत्थर से राजाबाबू और विकास ने मिलकर सिर पर वार कर घटना को अंजाम दिया। पहचान छिपाने की नियत से मृतक के चेहरे पर कई बार वार कर घटना स्थल से फरार हो गये। मामले की जांच पर षडयंत्र पूर्वक हत्या जैसी जघन्य घटना को अंजाम देने वाले आरोपी सरोजनी खुंटे, वर्षा खुंटे राजाबाबू खुंटे व विकास आदिले ने पूछताछ में अपना-अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। सभी को गिरफ्तार न्यायालय में पेश किया गया।
उक्त कार्यवाही में शामिल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर राजेन्द्र जायसवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं एसीसीयू बिलासपुर श्री अनुज कुमार, उप पुलिस अधीक्षक चकरभाठा रशमीत कौर चावला निरीक्षक उत्तम साहू, अजरउद्दीन एएसआई जीवन जायसवाल प्रधान आरक्षक निर्मल सिंह, अमर चन्द्रा, आतिश पारिक, देवमुन सिंह पुहुप आरक्षक विकास राम, नवीन एक्का, मुकेश वर्मा, प्रेम सुर्यवंशी, अविनाश कश्यप, महादेव कुजुर, रवि यादव, निखील राव जाधव, विरेन्द्र गंवर्ध, अभिजीत डाहिरे, भागवत चंद्राकर, सतपुरन जांगडे, राकेश साहू की भूमिका सराहनीय रही। एसपी रजनेश सिंह द्वारा इनकी सराहना करते हुए उचित पुरस्कार की घोषणा की गई है।
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