आंखों की रोशनी को कम उम्र में ही कमजोर होना किसी बुरे सपने जैसा है. छोटी एज से ही आपको अगर चश्मा लगाना पड़े तो ये किसी को भी गवारा नहीं होगा, लेकिन आजकल की लाइफस्टाल और खानपान के कारण न सिर्फ जवान लोगों में बल्कि बच्चों तक में आंखों की रोशनी कम होने के मामले सामने आ रहे हैं. बच्चों को भी चश्मा लगाना पड़ रहा है. हर अपनी आंखों की रोशनी को लंबे समय तक बरकरार रखना चाहता है, लेकिन नजर तेज करने के लिए क्या करें? आंखों की रोशनी को कैसे बढ़ाएं? ये कुछ सवाल हैं जो हम सभी के मन में उठते हैं. आपको बता दें सही खानपान आपकी आंखों की रोशनी को सुधारने में मदद कर सकता है
कुछ खास फूड्स में मौजूद विटामिन ए, सी, ई, ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सिडेंट्स आंखों की सेहत को बेहतर बनाने में सहायक होते हैं. आइए जानते हैं 7 ऐसे सुपरफूड्स, जो आपकी आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.
आंखों की रोशनी को बेहतर बनाने वाले फूड्स (Aankho Ki Roshni Badhane Ke Liye Kya Khaye)
1. गाजर
गाजर में बीटा-कैरोटीन और विटामिन ए भरपूर मात्रा में होते हैं, जो रेटिना को स्वस्थ रखने और रात में देखने की क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं.
हरी पत्तेदार सब्जियां
पालक, केल और मेथी जैसी हरी सब्जियां ल्यूटिन और ज़ीएक्सैंथिन से भरपूर होती हैं, जो आंखों को UV किरणों से बचाने और मैक्युलर डिजनरेशन को रोकने में मदद करती हैं.
मछली
सैल्मन, टूना और मैकेरल जैसी मछलियों में ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं, जो ड्राई आई सिंड्रोम को कम करने और रेटिना की कार्यक्षमता को बढ़ाने में सहायक होते हैं.बादाम, अखरोट और सूरजमुखी के बीज विटामिन ई से भरपूर होते हैं, जो आंखों की कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव डैमेज से बचाने में मदद करते हैं.
खट्टे फल
संतरा, नींबू और अंगूर में विटामिन सी होता है, जो आंखों की रक्त वाहिकाओं को मजबूत करने और मोतियाबिंद के खतरे को कम करने में सहायक होता है.
6. अंडे
अंडे में ल्यूटिन, जीएक्सैंथिन और जिंक होते हैं, जो रेटिना को स्वस्थ रखने और आंखों की रोशनी को बनाए रखने में मदद करते हैं.
बीन्स और दालें
राजमा, मसूर और चना में जिंक होता है, जो विटामिन ए को रेटिना तक पहुंचाने में मदद करता है और रात में देखने की क्षमता को बढ़ाता है.
अगर आप आंखों की रोशनी को लंबे समय तक बनाए रखना चाहते हैं, तो इन 7 सुपरफूड्स को अपनी डाइट में शामिल करें. सही खानपान से मोतियाबिंद, ड्राई आई और अन्य दृष्टि संबंधी समस्याओं को रोका जा सकता है.अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. जगन्नाथ डॉट कॉम इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)