छत्तीसगढ़

क्‍या सच में काम कर जाएगा भूपेश का यह फार्मूला: 200 से ज्‍यादा लोगों ने खरीदा नामांकन पत्र…

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ की राजनांदगांव लोकसभा सीट उन संसदीय सीटों में शामिल है, जहां दूसरे चरण में चुनाव होना है। राजनांदगांव के साथ ही राज्‍य की कांकेर और महासमुंद सीट पर भी दूसरे चरण में ही मतदान होना है। फिलहाल इन सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया चल रही है। नामांकन फार्म जमा करने की कल (4 अप्रैल) को अंतिम तारीख है। राजनांदगांव सीट से कांग्रेस प्रत्‍याशी पूर्व सीएम भूपेश बघेल और बीजेपी प्रत्‍याशी व मौजूदा एमपी संतोष पांडेय ने एक दिन पहले (2 अप्रैल) को अपना नामांकन दाखिल किया। राजनांदगांव संसदीय सीट के लिए अब तक 13 लोग नामांकन दाखिल कर चुके हैं, लेकिन आज वहां चौकाने वाली घटना हुई।

राजनांदगांव कलेक्‍टोरेट में आज अचाकन लोगों की भीड़ उमड़ी पड़ी। सभी चुनाव लड़ने के लिए नामांकन फार्म खरीदने आए थे। इनमें संसदीय क्षेत्र के अलग-अलग ब्‍लॉक और जिला मुख्‍यालयों के लोग शामिल थे। दिनभर में 200 से ज्यादा लोग नामांकन फार्म खरीद कर ले गए हैं। इतने बड़े पैमाने पर नामांकन पत्रों की बिक्री को पूर्व सीएम भूपेश बघेल के उस बयान से जोड़कर देखा जा रहा है जिसमें बघेल ने कहा था कि यदि 375 से ज्‍यादा नामांकन जमा होंगे तो फिर ईवीएम की बजाय बैलेट पेपर से चुनाव होगा।

जानिए..क्‍या कहा था  भूपेश बघेल ने

पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने होली के पहले पाटन क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए निष्पक्ष चुनाव के लिए बैलेट पेपर से चुनाव की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि अगर बैलेट पेपर से चुनाव चाहिए तो 375 प्रत्याशी का आंकड़ा पार करना होगा। तब ईवीएम के स्थान पर बैलेट पेपर से चुनाव होंगे।

अब तक 241 लोग ले जा चुके नामांकन फार्म

राजनांदगां संसदीय सीट के लिए अब तक 241 लोग नामांकन फार्म ले चुके हैं। इनमें 210 आज लेकर गए हैं, जबकि इससे पहले 31 लोग फार्म ले जा चुके हैं। इसमें 13 लोगों ने 19 सैट में नामांकन पत्र जमा कर दिया है। इस लिहाज से अभी 222 फार्म और आने हैं। आज जिन 210 लोगों ने फार्म खरीदा उनमें से दर्जनों लोगों ने कांग्रेस प्रत्‍याशी के रुप में फार्म लिया है।

चुनाव लड़ने के लिए जमा करना पड़ता है 25 हजार

लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन भरना कोई सस्‍ता काम नहीं है। चुनाव लड़ने के इच्‍छुक व्‍यक्ति को नामांकन फार्म के साथ जमातन राशि के रुप में 25 हजार रुपये जमा करना पड़ता है। अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अनुसूचित जाति (एससी) के लिए यह शुल्‍क आधी यानी 12 हजार 500 रुपये निर्धारित है। ऐसे में 200 से ज्‍यादा नामांकन फार्म खरीदने वालों में से कितने इस राशि का भुगतान करके फार्म जमा करते हैं यह देखने वाली बात होगी। वैसे नामांकन जमा करने का कल अंतिम दिन है। ऐसे में पूरी पिक्‍चर कल साफ हो जाएगी।

बीजेपी कर चुकी है चुनाव आयोग से शिकायत 

भारत निर्वाचन आयोग के समक्ष आचार संहिता उल्लंघन को लेकर राजनांदगांव लोकसभा प्रत्याशी और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ शिकायत की गई है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी की ओर से जिला भाजपा उपाध्यक्ष राजेंद्र कुमार ने लिखित शिकायत में कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य के दुर्ग जिला अंतर्गत पाटन विधानसभा क्षेत्र के विधायक भूपेश बघेल जो राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी घोषित है। उन्होंने 26 मार्च को पाटन विधानसभा के आमालोरी गांव में आयोजित कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में भारत निर्वाचन आयोग के खिलाफ भड़काऊ बयान जारी करते हुए इस आशय का सार्वजनिक बयान दिया है कि अगर राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में 375 से अधिक कैंडिडेट होंगे तो निर्वाचन आयोग को राजनांदगांव में बैलेट पेपर से मतदान करवाना होगा, इसलिए पाटन क्षेत्र के कार्यकर्ता अधिक से अधिक संख्या में राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में जाकर नामांकन दाखिल करें।

राजेंद्र कुमार ने अपनी शिकायत में आगे कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री और पाटन विधायक भूपेश बघेल ने उक्त बयान के माध्यम से भारत निर्वाचन आयोग की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का प्रयास किया है, साथ ही चुनाव प्रक्रिया को अनुचित रूप से प्रभावित करने का प्रयास करते हुए पाटन क्षेत्र के कांग्रेस नेताओं को राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में जाकर नामांकन दाखिल करने के लिए अनुचित रूप से उकसाने का कार्य किया हैं। भूपेश बघेल ने EVM के विरुद्ध जनता को भड़काने का कृत्य करते हुए 375 से अधिक लोगों को नामांकन करने के लिए बयान देकर निर्वाचन आयोग की स्वच्छ और स्वस्थ चुनाव प्रक्रिया को दूषित करने के लिए दुष्प्रेरित करने का कार्य किया है। भूपेश बघेल का उक्त कृत्य चुनाव आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन है। भूपेश बघेल ने लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन किया है उनके विरुद्ध आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जाए और राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र से बाहर भूपेश बघेल के चुनाव प्रचार करने पर प्रतिबंध लगाया जाय।

 

Manoj Mishra

Editor in Chief

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