गुमला. लौकी जिसे कद्दू के नाम से भी कई जगह लोग जानते हैं, किचेन में इस देखते ही कई लोग, खासकर बच्चे नाक-भौं सिकोड़ने लगते हैं. लेकिन सब्जी से लेकर खीर तक में काम आने वाली यह सब्जी हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद है. हरी सब्जी की श्रेणी में आने वाली लौकी से मीठे और नमकीन दोनों तरह के रेसिपीज बनाए जा सकते हैं. डॉक्टरों की मानें तो लौकी को विटामिन बी, विटामिन सी, आयरन और सोडियम का अच्छा स्रोत माना जाता है. यह शरीर को कई समस्याओं से बचाता है. कई लोगों को लौकी इस कदर पसंद होती है कि वे अपने किचेन गार्डन में भी इसका पौधा लगाते हैं. वहीं बाजार से ताजा लौकी लाने का तो चलन है ही. बहरहाल, अगर आप बाजार से लौकी लाते हैं, तो यह ताजा है या पुराना, इसकी पहचान नहीं कर पाते, तो यह खबर आपके लिए है.बाजार से लौकी खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. लौकी ताजी है या नहीं, इसे चेक कर पाना आसान नहीं है. कुछ लोग बड़ी लौकी देखकर आकर्षित हो जाते हैं, लेकिन बड़ी लौकी ताजा हो, यह जरूरी नहीं है. गांव में तो लोग यह सलाह भी देते हैं कि बड़ी लौकी नहीं खरीदनी चाहिए, क्योंकि इसमें स्वाद नहीं होता. साथ ही बड़ी लौकी में पानी की मात्रा भी कम होती है. इसकी सब्जी स्वादिष्ट नहीं बन पाती. इसके अलावा लौकी खरीदते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि यह ज्यादा पीला व दाग वाला न हो. लौकी का रंग हरा हो, तो सबसे बेहतर है. क्योंकि यह इसके ताजेपन का प्रमाण है. इसमें आपको लौकी का असल स्वाद आएगालौकी से सेहत को लाभ
गुमला के सिविल सर्जन डॉ राजू कच्छप ने लौकी हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है. इसे खाने से शरीर को कभी नुकसान नहीं होता. इसमें मल्टीविटामिन, मल्टीमिनरल्स होता है. साथ ही इसमें पानी की मात्रा बहुतायत में रहती है. गर्मी के दिनों में इसका सेवन आपको कई तरह के शारीरिक रोगों से दूर रखने में मददगार है. डॉ. कच्छप ने बताया कि कद्दू कई रोगों के लिए लाभदायक है. यह बॉडी को डिटॉक्स करता है. पाचन बेहतर करता है, किडनी के लिए फायदेमंद है और त्वचा के लिए भी लाभप्रद है. साथ ही यह तनाव कम करने में भी कारगर होता है.
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