सेहत

थकान के साथ हो रही थी बेचैनी, डॉक्टर ने दी थी दवा, लेकिन जांच कराने पर जो निकला, उसने उड़ा दिए होश!

कई बार सेहत संबंधी छोटी सी लापरवाही भी महंगी पड़ जाती है. एक महिला के साथ ऐसा ही कुछ हुआ. पहले उसे थकान और बेचैनी हुई, तो छुट्टी ले कर दूर का सफर किया, लेकिन बेचैनी कायम रहने पर भी उसने बाद में चेकअप कराने का फैसला किया तो उसे उम्मीद नहीं थी कि उसे इतनी बड़ी समस्या होगी. डॉक्टर ने गहराई से जांच करने पर पाया कि उसे एक खास तरह का ब्रेन ट्यूमर है जिसके बाद उसे सर्जरी करानी पड़ी.ब्रिटेन में रहने वाली 55 साल की मिशेल रिचर्ड्स जह ऑस्ट्रेलिया से तीन हफ्ते की छुट्टियां बिताने के बाद घर लौटीं तो उन्हें बेचैनी और थकावट महसूस हो रही थी. खास बात यह थी कि उन्हें उसी तरह की थकान महसूस हो रही थी जैसी छुट्टियों से पहले लग रही थी. यह लक्षण जब लंबे  समय तक बने रहे तो उन्होंने डॉक्टर को दिखाया. जब डॉक्टर ने बेचैनी के लिए ही दवा दी तो उन्होंने थेरेपीइस वजह से उन्हें सिरदर्द भी हुआ था. डॉक्टर ने भी बेचैनी की दवा देकर आराम की सलाह दी, लेकिन उन्होंने इसकी थेरेपी कराने का विचार किया. जिसकी उन्होंने जल्दी नहीं दिखाई. छुट्टियों से लौटने के छह महीने तक मिशेल की बेचैनी बढ़ती गई, काम करना मुश्किल होता गया. आखिर में उन्होंने उन्होंने नौकरी छोड़ दी.  इसके बाद उन्होंने तीन दौरे पड़े जिसमें उनके शरीर और दिमाग का बायां हिस्सा सुन्न हो गया था.खून की जांच में सब कुछ सामान्य होने के बाद उन्हें चेशायर के क्रीवे के लीटन अस्पताल भेजा गया जहां उनका सीटी स्कैन कराया गया. नवबंर 2023 में उन्हें  सीटी स्कैन के नतीजों से पता चला कि उन्हें ब्रेन ट्यूमर है. उन्हें इसकी बिलकुल उम्मीद नहीं थी. मिशेल ने  को बताया कि उन्हें एक बहुत बड़ा सदमा जैसा लगा. उनके बेटे को डॉक्टर ने बताया कि उनके दिमाग में 5 सेमी आकार का एक बड़ा ट्यूमर है जिससे उनकी जिंदगी खतरे में है.  इसके बाद एमआरआई कराने पर हलका सा मेनिन्जियोमा यानी की ट्यूमर की पुष्टि हुई.इसके बाद एमआरआई कराने पर हलका सा मेनिन्जियोमा यानी की ट्यूमर की पुष्टि हुई. डॉक्टरों ने बताया कि यह ट्यूमर उनके सिर में सालों से पनप रहा था. इसके बाद छह घंटे के ऑपरेशन के बाद उनके ट्यूमर को सर्जरी के जरिए सफलता पूर्वक निकाल दिया गया. इसके चार महीनों के बाद मिशेल अब पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं. डॉक्टरों का कहना है कि अगर थकान लंबे समय तक और लगातार हो रही हो तो उसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.

Manoj Mishra

Editor in Chief

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