ऋषिकेश: पहाड़ी सब्जियां खाने के कई फायदे हैं. ये सब्जियां प्राकृतिक और ताज़ी होती हैं, जिससे शरीर को अधिक पोषण मिलता है. इनमें विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं. इन सब्जियों में फाइबर भी अधिक होता है, जिससे पाचन तंत्र सही रहता है. इसके अलावा, पहाड़ी सब्जियां हार्ट और डायबिटीज जैसी बीमारियों से बचाने में भी मदद करती हैं. हम आपको ऐसी ही एक पहाड़ी सब्जी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके सामने चिकन मटन फेल
लिंगुडा के आगे चिकन मटन भी फेल
लोकल 18 के साथ बातचीत के दौरान उत्तराखंड के ऋषिकेश में स्थित पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर के वनस्पति विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर दिनेश रावत ने बताया कि लिंगुडा, जिसे फर्न के रूप में भी जाना जाता है. यह एक पौष्टिक सब्जी है, जो पहाड़ी क्षेत्रों में पाई जाती है. इस सब्जी में विटामिन ए, सी, और ई के साथ-साथ कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन भारी मात्रा में होते हैं. यह सब्जी एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करती है. यहीं नहीं पहाड़ी लिंगुडा का पोषण मूल्य इतना उच्च होता है कि इसके सामने चिकन और मटन भी फीके पड़ जाते हैं. इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण और हाई फाइबर सामग्री पाचन तंत्र को सुधारते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं. चिकन और मटन में प्रोटीन अधिक होता है, लेकिन लिंगुडा के प्राकृतिक और विविध पोषक तत्वों के मुकाबले वे कम प्रभावी साबित होते हैं. इसलिए पौष्टिकता के मामले में पहाड़ी लिंगुडा का कोई मुकाबला नहीं है.
लिंगुडा के फायदे
लिंगुडा के कई स्वास्थ्य लाभ हैं. इसमें विटामिन ए, सी, और ई के साथ-साथ कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन जैसे महत्वपूर्ण खनिज पाए जाते हैं. इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं, जिससे बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है. लिंगुडा का सेवन पाचन तंत्र को सुधारता है और कब्ज जैसी समस्याओं को कम करता है. इसमें मौजूद फाइबर शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है. इसके अलावा, लिंगुडा त्वचा की सेहत को बेहतर बनाता है और हड्डियों को मजबूत करने में सहायक होता है, जिससे समग्र स्वास्थ्य में सुधार होता है.