व्यापारी संघ के प्रतिनिधि मंडल ने जीएसटी अधिकारियों से की मुलाक़ात, व्यापारियों की समस्याएँ रखीं
अवैध वसूली पर कार्रवाई, व्यापारी हेल्प डेस्क, सेमिनार व ट्रेनिंग की मांग
कवर्धा। कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) का प्रतिनिधि मंडल आज असिस्टेंट कमिश्नर जीएसटी श्री जितेश कुमार से मिला और जीएसटी से जुड़ी समस्याओं एवं शिकायतों पर विस्तृत चर्चा की।
कैट के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष आकाश आहूजा ने कहा कि “जीएसटी व्यापार का अभिन्न हिस्सा है। इससे डरकर व्यापार नहीं किया जा सकता बल्कि इसे समझकर और अपनाकर व्यापार को बढ़ाया और आसान किया जा सकता है। व्यापारियों के मध्य जो डर का वातावरण बनाया गया है, उसे हम विभाग और व्यापारियों के बीच संवाद के जरिए जल्द से जल्द समाप्त करेंगे और जिले में जीएसटी व व्यापार दोनों ही अच्छे तरीके से ग्रोथ करेंगे।”
असिस्टेंट कमिश्नर श्री जितेश कुमार ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया कि विभाग हमेशा व्यापारियों की मदद के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, “व्यापारियों और विभाग के बीच डर का कोई वास्तविक कारण नहीं है। अगर व्यापारी समय पर रिटर्न फाइल करें और नियमों का पालन करें तो किसी प्रकार की दिक़्क़त नहीं होगी। संवाद और सहयोग से व्यापारिक माहौल और बेहतर बनेगा।”
बैठक में प्रतिनिधि मंडल ने व्यापारियों से की जा रही अवैध वसूली का मुद्दा उठाया और ऐसे मामलों पर तत्काल कठोर कार्रवाई की मांग की। इस पर जिला अध्यक्ष दीप शर्मा ने कहा कि “व्यापारियों से अवैध वसूली किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हमने कमिश्नर से साफ कहा है कि ऐसे कर्मचारियों पर तत्काल कार्रवाई हो।”
व्यापारियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जीएसटी ऑफिस में हेल्प डेस्क बनाए जाने का भी आग्रह किया गया। इस संबंध में कार्यकारी अध्यक्ष विनीत सिंह सलूजा ने कहा कि “अगर हेल्प डेस्क बनता है तो व्यापारी सीधे जीएसटी विभाग की मदद ले सकेंगे और नियमों का पालन करना आसान हो जाएगा।”
इसके साथ ही व्यापारियों एवं अकाउंटेंट्स के लिए ट्रेनिंग और सेमिनार आयोजित करने की मांग भी रखी गई। कोषाध्यक्ष ज्ञानी गुप्ता ने कहा कि “व्यापारी अक्सर जानकारी के अभाव में गलती कर बैठते हैं। अगर विभाग समय-समय पर प्रशिक्षण और नोटिफिकेशन उपलब्ध कराए तो यह समस्या खत्म हो जाएगी।”
जिला कार्यकारी अध्यक्ष वनित सिंह सलूजा जी ने कैट अध्यक्ष की पहल पर होने वाले निशुल्क ट्रेनिंग की जानकारी देते हुए GST विभाग के तरफ से उक्त ट्रेनिंग में अपने एक प्रशिक्षक को भेजने की मांग राखी जिसमे विभाग की तरफ से GST नियम कानून की ट्रेनिंग देने हेतु एक प्रशिक्षक भेजने सहमती असिस्टेंट कमिश्नर द्वारा दी गयी।
वरिष्ठ पदाधिकारी नवीन जैन ने भी इस पर जोर देते हुए कहा कि “ट्रेनिंग और संवाद ही जीएसटी कंप्लायंस को सरल बनाएंगे। इससे व्यापारी निश्चिंत होकर व्यापार कर पाएंगे।”
बैठक के अंत में मीडिया प्रभारी अखिलेश ठाकुर ने कहा कि “कैट लगातार व्यापारियों की समस्याओं को उठाता रहेगा। विभाग और व्यापारियों के बीच पारदर्शिता और सहयोग से ही समाधान संभव है।”
प्रतिनिधि मंडल की इस मुलाक़ात से व्यापारियों में यह विश्वास जगा है कि अब उनकी समस्याओं का समाधान जल्द ही होगा और जिले में एक बेहतर व्यापारिक वातावरण तैयार होगा।