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प्राइवेट जेट में काम करने वाली एयर होस्टेस ने खोले राज़: अरबपतियों की फरमाइशें सुनकर एयर होस्टेस बोली- दिल नहीं करता नौकरी..

जब भी हम प्राइवेट जेट के बारे में सोचते हैं, तो ज़हन में लक्ज़री, शांति और हाई-प्रोफाइल यात्रियों की तस्वीर उभरती है। लेकिन इस चमक-दमक के पीछे एक ऐसी हकीकत है, जो बाहर से नजर नहीं आती। किम्बर्ली बेंटन नाम की एक अनुभवी फ्लाइट अटेंडेंट, जो वर्षों से प्राइवेट जेट में सेवा दे चुकी हैं, ने इस ग्लैमरस दिखने वाली नौकरी की कुछ अनकही सच्चाइयां साझा कीं।

सिर्फ मूंगफली नहीं, मेहमानों की हर डिमांड का रखना पड़ता है ध्यान
किम्बर्ली बताती हैं कि प्राइवेट जेट की फ्लाइट कमर्शियल एयरलाइंस से बिलकुल अलग होती है। यहां यात्री महज सेवा नहीं, एक ‘पर्सनल एक्सपीरियंस’ चाहते हैं। यह नौकरी सिर्फ खाना परोसने या सीट बेल्ट चेक करने तक सीमित नहीं होती, बल्कि यात्रियों के मूड, पसंद, पालतू जानवर और यहां तक कि पार्टी के शेड्यूल तक पर नजर रखनी होती है।

पॉप स्टार्स से लेकर राजघरानों तक, सभी की फरमाइशें अलग
अपने अनुभव साझा करते हुए किम्बर्ली ने बताया कि उन्होंने दुनिया के कई अमीर और मशहूर लोगों की सेवा की है—पॉप सिंगर्स, अरबपति बिजनेसमैन, और यहां तक कि रॉयल फैमिली के सदस्य भी। लेकिन सबसे ज्यादा चुनौती होती है उनकी ‘स्पेशल रिक्वायरमेंट्स’ को समझकर, बिना कहे पूरा कर देना। कभी किसी को सिर्फ नीले रंग का तकिया चाहिए, तो कभी किसी को कमरे का तापमान 22.5 डिग्री से ज्यादा नहीं होना चाहिए।

प्राइवेट जेट्स में होती हैं अफ्टर पार्टीज़ और अजीबोगरीब मांगें
कई बार ये उड़ानें सिर्फ यात्रा नहीं होती, बल्कि हवा में चलती हुई पार्टी भी बन जाती हैं। फ्लाइट के दौरान ड्रिंक्स, म्यूजिक और डांस का माहौल बन जाता है। ऐसे में एयर होस्टेस को सिर्फ सर्विस नहीं, बल्कि सुरक्षा और अनुशासन बनाए रखने की भी जिम्मेदारी निभानी पड़ती है। किम्बर्ली कहती हैं, “कई बार हमें यह भी देखना पड़ता है कि कोई यात्री नियंत्रण से बाहर तो नहीं हो रहा।”

पालतू जानवरों की भी सेवा, बिल्कुल VIP ट्रीटमेंट
इन खास उड़ानों में सिर्फ इंसानों का नहीं, उनके पालतू जानवरों का भी VIP ख्याल रखा जाता है। किम्बर्ली ने बताया कि कई बार उन्होंने पालतू कुत्तों और बिल्लियों के लिए अलग से बिस्तर, खाना और यहां तक कि मसाज तक की व्यवस्था की है।

क्यों नहीं करना चाहतीं अब ये नौकरी?
किम्बर्ली के मुताबिक, यह नौकरी जितनी ग्लैमरस दिखती है, उतनी ही demanding और थका देने वाली है। कभी 3 बजे सुबह की फ्लाइट, तो कभी 48 घंटे की ऑन-कॉल ड्यूटी। और उस पर मेहमानों की कभी-कभी अजीब और थकाऊ डिमांड्स। वे कहती हैं कि अब वे इस लाइफस्टाइल से दूर रहना चाहती हैं और अपनी निजी ज़िंदगी को प्राथमिकता देना चाहती हैं।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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