आज, यानी 11 जुलाई से शुभ सावन माह की शुरुआत हो रही है, जो 9 अगस्त तक चलेगा। यह महीना भगवान शिव की भक्ति और पूजा के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दौरान श्रद्धालु विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं और उनकी कृपा पाने के लिए सावन के हर सोमवार को उपवास रखते हैं। यह मास शिव भक्तों के लिए एक ऐसा समय होता है जब वे अपने मन को शुद्ध करते हुए भोलेनाथ के प्रति अपनी आस्था और भक्ति को और भी प्रगाढ़ करते हैं।सावन के दौरान कई भक्त कांवड़ यात्रा पर भी निकलते हैं, जिसमें वे पवित्र नदियों से जल लेकर शिवलिंग का अभिषेक करते हैं। यह यात्रा शिवभक्तों की श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है। खासकर सावन मास की मासिक शिवरात्रि के दिन यह अभिषेक अत्यंत पवित्र और पुण्यदायक माना जाता है। इस प्रकार सावन का महीना भगवान शिव की आराधना का समय है, जिसमें हर भक्त अपने मनोकामनाओं की पूर्ति और आशीर्वाद प्राप्ति के लिए पूरी श्रद्धा के साथ जुड़े रहते हैंसावन के पहले दिन किस मंत्र का करें जाप
सावन में भगवान शिव के मंत्रों का जाप करना अत्यंत शुभ और चमत्कारिक प्रभाव देने वाला माना गया है। शिवपुराण में भी इस बात का विशेष उल्लेख मिलता है कि सावन मास में शिवजी की भक्ति और मंत्रों का नियमित जाप भक्तों के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाता है। शिवपुराण के अनुसार, सावन के हर दिन शिव मंत्रों का उच्चारण करने से न केवल भगवान शिव प्रसन्न होते हैं, बल्कि उनके आशीर्वाद से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान होता है। सावन के पहले दिन भगवान शिव की कृपा पाने के लिए सबसे पहले “ॐ रुद्र” मंत्र का तीन बार जाप करना चाहिए। यह सरल लेकिन अत्यंत प्रभावशाली मंत्र है, जिसे बोलने से मन में शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- इस मंत्र का जाप करने से मन की हलचल कम होती है और मानसिक स्थिरता आती है। इससे भावनात्मक तनाव और चिंता दूर होकर मन शांत रहता है।
- ॐ रुद्र जाप नकारात्मक ऊर्जा, बुरी नजर और जीवन में आने वाली बाधाओं को खत्म करने में मदद करता है। इससे जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।
- इस मंत्र के नियमित उच्चारण से व्यक्ति के अंदर छिपी शक्ति जागृत होती है, जिससे आत्मविश्वास बढ़ता है और कठिन परिस्थितियों का सामना करने की क्षमता मजबूत होती है।
- जाप करने वाले के जीवन में सुख-शांति के साथ-साथ आर्थिक और आध्यात्मिक समृद्धि भी बढ़ती है। परिवार में खुशहाली और सौहार्द कायम रहता है।
- यह मंत्र भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त करने का माध्यम है, जो भक्त की हर विपत्ति और संकट से रक्षा करता है।
- जीवन में आने वाली चुनौतियों और समस्याओं को पार करने में यह मंत्र सहायक होता है, जिससे व्यक्ति हर स्थिति में मजबूती से खड़ा रह सकता है।
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