छत्तीसगढ़

एड्स के खिलाफ सामूहिक प्रयास जरूरीः डॉ. बी.एल. राज

एड्स के खिलाफ सामूहिक प्रयास जरूरीः डॉ. बी.एल. राज

विश्व एड्स दिवस पर क्विज प्रतियोगिता का आयोजन

क्विज प्रतियोगिता में प्रथम स्थान रसभरी ग्रुप ,द्वितीय जलेबी ग्रुप और तीसरे स्थान पर चमचम ग्रुप रही

कवर्धा, 02 दिसंबर 2024। जिला चिकित्सालय कबीरधाम के सभागृह में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एल. राज, डॉ. सलिल मिश्रा, अनुपमा तिवारी (डीपीएम), बालाराम साहू (रेडक्रॉस समन्वयक) और अल्का दुबे (मितानिन समन्वयक) उपस्थित थे। कार्यक्रम ने एड्स के प्रति जागरूकता फैलाने और इससे बचाव के उपायों पर जोर दिया गया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एल. राज ने कहा कि एड्स के खिलाफ लड़ाई में सामूहिक प्रयास ही सबसे बड़ा हथियार है। उन्होंने कहा कि हर साल 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य एचआईवी,एड्स के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इससे पीड़ित लोगों को सहयोग प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि एचआईवी (ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस) संक्रमण का उन्नत चरण एड्स (अक्वायर्ड इम्यूनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम) है, जिससे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को गंभीर नुकसान होता है।
उन्होंने कहा कि सामूहिक प्रयास और जागरूकता के माध्यम से नए संक्रमणों और भेदभाव को रोका जा सकता है। कार्यक्रम की शुरुआत प्रोजेक्टर के माध्यम से एड्स और उससे बचाव के उपायों की जानकारी देने से हुई। इसके बाद ग्रेसियर नर्सिंग कॉलेज के छात्रों और मितानिनों के बीच क्विज प्रतियोगिता कराई गई। प्रतिभागियों को समूहों में विभाजित किया गया और प्रतियोगिता का संचालन कल्पना ठाकुर एवं अभिलाषा गुप्ता (आईसीटीसी काउंसलर) ने किया। क्विज में एड्स कैसे फैलता है, इसके बचाव के उपाय, जांच की उपलब्ध सुविधाएं और किसे, कब जांच करानी चाहिए जैसे विषयों पर प्रश्न पूछे गए। सही उत्तर देने वाले समूहों को अंक देकर विजेताओं का चयन किया गया।
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर रसभरी ग्रुप (पूजा, ताकेश्वरी, भगवती और प्रतिमा रही। द्वितीय स्थान पर जलेबी ग्रुप (भारती, याषिका, टीना, मंदाकिनी) और तीसरे स्थान पर चमचम ग्रुप (हेमा, मानकुंवर, नीलम, सरिता) रही।
विजेताओं को सीएमएचओ डॉ. बी.एल. राज ने मोमेंटो और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। अन्य प्रतिभागी समूहों को भी प्रोत्साहित किया गया।
कार्यक्रम में डीपीएम अनुपमा तिवारी ने गर्भावस्था के दौरान एचआईवी जांच को जरूरी बताया, ताकि मां और बच्चे की सही देखभाल की जा सके। उन्होंने कहा कि यह दिवस हमें याद दिलाता है कि सभी को मिलकर एड्स के खिलाफ लड़ाई में योगदान देना चाहिए। वरिष्ठ शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ. सलिल मिश्रा ने बताया कि इस साल विश्व एड्स दिवस का थीम है “सही मार्ग अपनाएंः मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार“, जो एचआईवी महामारी के खिलाफ सही निर्णय लेने के महत्व को रेखांकित करता है। इस कार्यक्रम में भवानी सिंह, उज्जैन साहू, नरेश साहू, नीलेश टांडेकर, मोहन साहू, अश्वनी श्रीवास्तव सहित चिकित्सक, हेल्थ स्टाफ, मितानिन और नर्सिंग कॉलेज के छात्र उपस्थित रहे।

एड्स से बचाव के 7 प्रभावी उपाय

कार्यक्रम में एड्स के बचाब के लिए खुलकर चर्चा-परिचर्चा की गई।।इससे बचाब के सात महत्वपूर्ण बातों पर विशेष ध्यान देने और सतर्क रहने के लिए बताया गया। इस सात महत्वपूर्ण बातों में सुरक्षित और स्वच्छ यौन संबंध पर विशेष ध्यान देने के लिए बताया गया। इसके अलावा नियमित रूप से जांच कराने, प्री-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस (च्तम्च्) का उपयोग, रक्त और शारीरिक तरल पदार्थों के संपर्क से बचने, हेपेटाइटिस के खिलाफ टीका लगवाने, सुई या सिरिंज साझा नही करने और यौन संचारित रोगों का समय पर उपचार कराने पर जनजागरूकता सन्देश दिए गए।

Manoj Mishra

Editor in Chief

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