अजमेर के नसीराबाद में 11वीं के स्टूडेंट कासिफ मिर्जा ने दो महिलाओं से 3 महीने में 42 लाख की ठगी को अंजाम दिया. पुलिस के मुताबिक आरोपी स्टूडेंट कासिफ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों को इन्वेस्टमेंट स्कीम बताता था. कम समय में ज्यादा रिटर्न का लालच देकर ठगी करता था. पुलिस पूछताछ में आरोपी ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि वह लग्जरी कार में स्कूल जाता था. शिक्षकों ने स्टूडेंट के पिता से इसकी शिकायत भी की. पूछताछ में सामने आया कि कासिफ अब तक 80 लाख की ठगी कर चुका है. 20 लाख रुपये उसने लग्जरी लाइफ पर खर्च किए हैं. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी के पास से पुलिस को नोट गिनने की मशीन, 1 लग्जरी कार और लैपटॉप बरामद हुआ. अजमेर साइबर थाने पुलिस ने सोमवार को दो दिन की रिमांड पर लिया था. आइये जानते हैं सिलसिलेवार पूरा मामला :सब इंस्पेक्टर मनीष चारण ने बताया कि नसीराबाद के सिटी थाने में 21 मार्च 2024 को ठगी की शिकार उषा राठौड़ और माला पथरिया ने आरोपी कासिफ मिर्जा के खिलाफ केस दर्ज करवाया था. कासिफ ने 5 बैकों में खाते खुलवाए थे. जांच में सामने आया कि आरोपी ने अक्टूबर 2023 में अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर लक्ष्मी इन्वेस्टमेंट के नाम से एक कंपनी बनाई थी. 4000 रुपये से स्कीम की शुरुआत की थी. आरोपी लोगों को 28 दिन में पैसा डबल करने का झांसा देते थे. लोगों का भरोसा जीतने के लिए शुरू में पैसा डबल देते थे. आरोपी के दूर के रिश्तेदार भी ठगी के शिकार हुए हैं
पुलिस के मुताबिक, कासिफ अब तक 20 लाख रुपये लग्जरी लाइफ जीने में खर्च कर चुका है. आरोपी ब्रांडेड कपड़े पहनता था और अजमेर-पुष्कर के लग्जरी होटल में रात बिताता था. कासिफ सोशल मीडिया के जरिये ही ठगी के लिए शिकार खोजता था.
आरोपी का पिता बोला- मेरे बेटे को फंसाया जा रहा हैइधर, कासिफ के पिता परवेज मिर्जा का कहना है कि उन्हें सिर्फ इतना पता था कि कासिफ सोशल मीडिया पर रील्स बनाता है. उन्होंने बेटे को फंसाने का आरोप लगाया. परवेज मिर्जा ने यह जरूर स्वीकार किया कि कुछ समय पहले स्कूल से उन्हें कासिफ की लग्जरी गाड़ी के बारे में पता चला था. यह भी पता चला कि ये लोग कार को कहीं छिपा देते थे. ट्रक-ट्रेलर के बॉडी मेकर परवेज ने कहा कि मेरे बेटे को मोहरा बनाया जा रहा है.ये थी लालची स्कीम
पूछताछ में आरोपी कासिफ ने निवेश स्कीम का भी खुलासा किया. उसने बताया कि शुरुआत में 3,999 रुपये का 4 सप्ताह के लिए निवेश करवाया जाता था. इसकी मैच्योर राशि 2,200 रुपये लाभ के साथ 6,199 रुपये की स्कीम चलाई थी. 9,999 रुपये के 6 सप्ताह में 15,499 रुपये, 19,999 के 8 सप्ताह में 29,999 रुपये, 99,999 के 13 सप्ताह में 1,39,999 रुपये और 1,99,999 के 16 सप्ताह में 2,79,999 रुपये जैसी स्कीमों का झांसा देकर लोगों से ठगी की