हिंदुओं के लिए छठ सिर्फ एक पूजा नहीं है. इसे महापर्व का दर्जा दिया जाता है. वैसे तो साल में दो बार छठ का आयोजन होता है लेकिन कार्तिक महीने वाले छठ की महिमा अपरमपार है. चार दिन चलने वाले इस महापर्व की शुरुआत आज नहाय-खाय से शुरू हो चुकी है. इसके अगले दिन खरना होता है और फिर शाम की पहली अर्घ और फिर उगते सूरज को अर्घ देने के साथ ही महापर्व का समापन हो जाता हैजहां पूरे भारत के साथ ही साथ दुनिया के कई हिस्सों में इस महापर्व को तस्वीरें आप देख चुके हैं, वहीं भारत में कुछ ऐसी जगहें हैं, जहां इस महापर्व पर बैन लगाया जा चुका है. जी हां, यानी इस महापर्व को लोगों से ना करने की अपील की गई थी. आखिर कौन दी हैं वो जगहें और क्यों ऐसा फैसला किया गया, आइये आपको बताते हैं.
आपको बता दें कि 2020 में पंचकूला, हरियाणा में छठ पूजा के ऊपर बैन लगाया गया था. पब्लिक प्लेसेस में लोगों को छठ के लिए एकत्रित होने से मना कर दिया गया था. ऐसा कोरोना की वजह से हुआ था. हालांकि, लोग अपने घर की छत्त पर छठ कर सकते थे.
-2020 और इसके अगले साल, दिल्ली में भी छठ पर बैन लगाया गया था. Delhi Disaster Management Authority (DDMA) ने कोरोना को देखते हुए ऐसा फैसला किया था. लोगों से घर में ही छठ करने की अपील की गई थी.इस साल बिहार के आरा में तीन घाटों पर छठ करने पर बैन लगाया गया है. ऐसा इन घाटों की स्थिति देखते हुए फैसला किया गया है. ये सारे घाट काफी गहरे और दलदल की तरह हैं. ऐसे में इसमें छठ करना लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है. इस वजह से यहां छठ पर पाबंदी लगा दी गई है