नहीं दिख रहे मानसून के विदाई के लक्षण
यूपी के कई जिलों में मानसून का कहर जारी है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार मानसून की विदाई के लक्षण अभी तक नहीं दिख रहे हैं। हर साल एक सितंबर तक मानसून की विदाई शुरू हो जाती है और 25 सितंबर तक यह देश से चला जाता है। इस बार अनुमान है कि मानसून 25 अक्टूबर के बाद तक विदा होगा।
‘यागी’ तूफान की वजह से नहीं हो रही मानसून की विदाईमौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार मानसून के देर तक टिकने की एक वजह ‘यागी’ तूफान है। दरअसल 2017 के बाद से मानसून वापसी में देरी शुरू हुई थी, जो इस बार उच्चतम स्तर पर देखी जा रही है। पिछले साल 25 सितंबर को मानसून की वापसी धीमी गति से शुरू हुई थी। तब पूरे देश से मानसून की वापसी 19 अक्टूबर को पूरी हुई थी
क्या है मानसून की विदाई के लक्षण?
मौसम विशेषज्ञ बताते हैं कि मानसून वापसी के कुछ मानक हैं। जैसे लगातार पांच दिनों तक बारिश की गतिविधियां बंद होनी चाहिए। निचले वायुमंडल में 5000 फीट तक वायुमंडलीय उच्च दबाव क्षेत्र बनना चाहिए। नमी की कमी दिखाई देनी चाहिए।
यूपी में कैसा रहेगा आज का मौसम
उत्तर प्रदेश के बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर बरेली, पीलीभीत एवं आसपास इलाको में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं एवं आसपास इलाकों में भारी वर्षा होने की संभावना है। वहीं, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद कन्नौज, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत शाहजहांपुर, संभल, बदायूं एवं आसपास इलाकों में मेघ गर्जन एवं वज्रपात होने की संभावना है