छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में प्रधान पाठक ने शिक्षक दिवस से दिन 7वीं कक्षा के दो छात्रों को बाइक देकर नारियल खरीदने भेजा। सड़क हादसे में एक छात्र की मौत हो गई, जबकि दूसरा जिंदगी और मौत से जूझ रह है। अब DEO (अरविंद कुमार मिश्रा) ने प्रधान पाठक संतोष कुमार महिलांगे को सस्पेंड कर दिया है।मामला शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कौही का है। प्रधान पाठक संतोष कुमार महिलांगे ने 5 सितंबर को कक्षा 7वीं में पढ़ने वाले छात्र वोमेश कुमार पिता महेश कुमार और भूपेश तिवारी पिता राजकुमार तिवारी को स्कूल टाइम में नारियल लेने बाजार भेजा था। प्रधान पाठक ने दोनों बच्चों को अपनी बाइक की चाबी दी थी।
सड़क हादसे का शिकार हुए बच्चे
गुरुवार सुबह करीब 11.40 बजे जब वोमेश और भूपेश बाइक से नारियल लेने जा रहे थे, तो मंदिर के पास ही उनकी बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसमें बाइक चला रहे वोमेश की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि भूपेश गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
स्कूल में मनाया जा रहा था शिक्षक दिवस
स्टाफ की मौजूदगी के बाद भी नाबालिग को बाइक से भेजा
इस घटना में प्रधान पाठक की बड़ी लापरवाही सामने आई। जिस दिन यह दुर्घटना हुई उस समय स्कूल में प्रधान पाठक के अलावा चार शिक्षक और एक अंशकालिक स्वीपर मौजूद था। इसके बाद भी उन्होंने उन्हें ना भेजकर नाबालिग बच्चों को अपनी बाइक से बाजार भेज दिया। यदि वो ऐसा नहीं करते हादसा नहीं होता।
गुरुवार 5 सितंबर को स्कूल में शिक्षक दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में श्रीफल देने के लिए ही हेडमास्टर ने छात्रों को अपनी बाइक से बाजार भेज दिया। छात्र बाइक को काफी तेज रफ्तार में चला रहे थे। मंदिर के पास उनकी बाइक का संतुलन बिगड़ गया और वो गिर गए। इसके कारण दोनों छात्रों को गंभीर चोटें आई, जिसमें एक की मौत हो गई।