महिला शिक्षक की मनमानी से अभिभावक, जनप्रतिनिधि, पंच गण परेशान हैं। महिला शिक्षक की इस तरह की रवैया से परेशान होकर गांव के अभिभावक, जनप्रतिनिधि, पंचगण एवं ग्रामीण स्कूल पहुंचे। अब इसकी शिकायत ग्रामीण विकासखंड शिक्षा अधिकारी से करने वाले हैं। जहां इसकी जांच व कड़ी कार्रवाई की मांग रखेंगे। पूरा मामला सूरजपुर जिले के प्रेमनगर ब्लॉक के ग्राम नवापारा कलां का हैं।
दरअसल, ग्राम नवापारा कलां स्थित प्राथमिक शाला बंखेतापारा में पदस्य टीचर श्रद्धा दुबे लगातार छुट्टी में रहते हैं। इसकी शिकायत गांव के जनप्रतिनिधिगण को मिली थी। ग्रामीणों की शिकायत पर आज (23 मार्च) अभिभावक, जनप्रतिनिधि, पंच और कुछ ग्रामीण स्कूल पहुंचे। और स्कूल में मौजूद अन्य स्टाप से इसकी जानकारी पूछा गया। जिसके पता चला कि, शिक्षिका श्रद्धा दुबे प्रधान पाठक की आदेशों और बातों को भी नहीं सुनते हैं। ये भी जानकारी मिली कि, शिक्षिका श्रद्धा दुबे विभाग के उच्च अधिकारियों से पहुंच का धौंस दिखाते हैं। शिक्षिका श्रद्धा दुबे का कहना हैं कि, मेरा पहुंच विभाग के उच्च अधिकारियों से हैं। मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता हैं।
इसके साथ ही, ये भी जानकारी मिला की सितंबर-अक्टूबर के महीने हुई नव पदस्य शिक्षिका श्रद्धा दुबे सप्ताह में केवल 4 दिन स्कूल आते हैं। बताया गया कि, भले ही मंगलवार से शुक्रवार तक स्कूल आते हैं। लेकिन, अटेंडेंस पूरा सप्ताह का करते हैं। शिक्षिका श्रद्धा दुबे शुक्रवार को ही शनिवार और सोमवार के लिए हस्ताक्षर उपस्थिति रजिस्टर में करके जाते हैं। जनप्रतिनिधियों द्वारा शिक्षकों के उपस्थिति रजिस्टर को देखने पर यह भी स्पष्ट हुआ कि, शिक्षिका श्रद्धा दुबे शनिवार और सोमवार के चक्कर में रविवार को भी अपना अटेंडेंस लगा दी थी। जिसे बात में काट दिया गया। शिक्षिका की इस प्रकार की दादागिरी और मनमानी से स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा हैं। शिक्षिका के इस रवैया से ग्रामीणों में आक्रोश हैं। वहीं, अब ग्रामीण इसकी जांच व उचित कार्रवाई के लिए विकासखंड शिक्षा अधिकारी से शिकायत करने वाले हैं।
इस संबंध में विद्यालय के प्रधान पाठक रामहित साहू ने बताया कि, मैडम को हम सभी स्टाफ इस बारे में दो से तीन बार बोल चुके हैं। की उपस्थिति पंजी में हस्ताक्षर करके अनुपस्थित क्यों रहते हैं। लेकिन, मैडम न सुनते हैं और न ही मानते हैं। हेड मास्टर ‘मेरा पहुंच विभाग के उच्च अधिकारियों से हैं’ इस सवाल पर बोले कि, इस प्रकार की बातें तो मुझे नहीं कहीं हैं। लेकिन, किसी के पास बोली होगी तभी तो लोग बता रहे हैं।