अलवर. राजस्थान के अलवर जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां एक महिला ने अपने जिस देवर को गोद में खिलाया और पाल-पोषकर बड़ा किया उसे ही आगे चलकर अपना पति बना लिया. अब इस जोड़े के 3 बच्चे हैं और खुशहाल जीवन जीते हैं. ये पूरा वाकया मामला अलवर जिले के बहरोड़ गादोज गांव का है. जहां करीब 65 साल पहले कमला देवी की शादी हुई थी. लेकिन शादी के 3 महीने बाद ही कमला देवी के पति को सांप ने काट लिया था.इस कारण कमला देवी के पति की अकाल मौत हो गई थी. पति की मौत के बाद कमला देवी पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. लेकिन भाग्यवश उन दिनों कमलादेवी की सास पेट से थीं. तभी कमलादेवी ने फैसला लिया कि अगर मेरी सास का बेटा हुआ तो वही मेरा पति होगा. अपना पूरा जीवन त्याग कर भी कमला देवी ने अपने परिवार की लाज बचाने का प्रयास किया. अपने घर के प्रति जिम्मेदारी निभाते हुए कमला देवी ने ठान लिया की उम्र भर इसी परिवार की बहु बनी रहूंगी.इसके कुछ दिनों के बाद कमलादेवी की सास ने बेटे को जन्म दिया. जिसे कमला देवी ने भी पाल-पोषकर बड़ा किया. इसके बाद जैसे ही कमलादेवी का देवर जवान हो गया और शादी लायक हुआ तो उसे ही कमलादेवी ने अपना पति बना लिया. कमला देवी ने अपने देवर से ही शादी रचा ली. अब इस दंपत्ति के 3 बच्चे भी हैं और भरा-पूरा परिवार हैअपनी पत्नी का शुक्रगुजार है लड़का
कमला देवी ने अपने परिवार को दुखों से बचाने के लिए अपनी जिंदगी और खुशियों का त्याग कर दिया. कमला देवी ने अपने छोटे से देवर को जन्म के साथ ही प्यार दिया. साथ ही भाभी की ही सानिध्य में वह बड़ा हुआ. जैसे ही 20 साल का हुआ तो भाभी ने ही शादी रचाकर अपना पति मान लिया. देवर इस बात के लिए भाभी और अब पत्नी का शुक्रगुजार रहता है. कमला देवी के पति का नाम नत्थूराम है और दोनों के 3 बच्चे भी हैं. दोनों खुशहाल जीवन बिताते हैं.
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