जैसे-जैसे पर्व अपने अंतिम दौर पर चल रहे हैं और विवाह-शादी के समारोह भी कम होने लगे हैं, वैसे वैसे अब सब्जियों के दामों में भी गिरावट आने लगी है। हालांकि अभी भी मटर व टमाटर के दाम 80 रुपए प्रतिकिलो चल रहे हैं, वहीं पत्तागोभी, फ्रासबीन, शिमला मिर्च, कुंदरू के दाम 60 रुपए प्रतिकिलो चल रहे हैं।
प्याज के दाम 60 रुपए प्रतिकिलो की दर पर बने हुए हैं, वहीं खीरे के दाम 50 रुपए प्रतिकिलो चल रहे हैं। बताया जाता है कि सब्जियों के दामों में तेजी दीपावली पर्व तक रहेगी और उसके बाद नई फसल की खेप आ जाने और पर्वों के समाप्त होने के बाद सब्जियों के दामों में गिरावट आने की संभावनाएं हैं, जिससे लोगों को महंगी सब्जियों की झेलनी पड़ रही मार से निजात मिलने की संभावना है।
हैरत की बात यह है कि पिछले कुछ महीनों से लहसुन के दामों में कोई गिरावट नहीं आई है और इनके दाम अभी भी 400 रुपए प्रतिकिलो की दर पर बने हुए हैं। पुराने अदरक के दाम भी 160 रुपए प्रतिकिलो, जबकि नए अदरक के दाम 120 रुपए प्रतिकिलो चल रहे हैं।
पहाड़ी आलू 40 से 50 रुपए प्रतिकिलो की दर पर टिके हुए हैं। नींबू भी 160 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा है। सब्जी मंडी शिमला के प्रधान विशेषर नाथ ने कहा कि अब पर्व और शादी समारोह समाप्त होने वाले हैं, वहीं नई फसल की खेप भी मंडी में आने लगी है। दीवाली के बाद सब्जियों के दामों में कमी आएगी, जिससे लोगों को राहत होगी
अन्य सब्जियों के ये चल रहे हैं दाम
सब्जी मंडी शिमला में भिंडी 40 रुपए, कद्दू 30 रुपए, लौकू 30 रुपए, बैंगणी 30 रुपए, घीया 30 रुपए, बैंगन 20 रुपए प्रतिकिलो बिक रहे और लोग इन्हीं सब्जियों की अधिक खरीददारी कर रहे है। सर्दियों का मौसम आ चुका है और अब मंडी में साग ने भी दस्तक दे दी है। पालक 30 रुपए, साग 10 रुपए, मैथी 20 रुपए व सोआ 30 रुपए प्रति गुच्छी बिक रही है। सर्दियों में साग की अधिक खरीददारी होती है और लोग अब इनकी खूब खरीद कर रहे हैं।
इसके अलावा मंर्डी में फलो की भी खूब खरीद की जाती है। गोल्डन व रॉयल सेब 80 रुपए, संतरा 50 रुपए, अनार 150 रुपए, नाशपाती 80 रुपए, जापानी फल 120 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा है, जबकि केला 70 से 80 रुपए प्रति दर्जन के हिसाब से बिक रहा है। मशरूम का पैकेट 30 रुपए का बिक रहा है।