बैंगन की खेती के टिप्स: ठंड का मौसम किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होता. नवंबर से जनवरी के बीच का समय सब्जियों की खेती के लिए सबसे मुफ़ीद माना जाता है. इस दौरान ठंडा मौसम फसलों की बढ़वार में मदद करता है और बाजार में सब्जियों की मांग भी तेजी से बढ़ जाती है. ऐसे में अगर किसान सफेद बैंगन की खेती करें, तो कम लागत में जबरदस्त मुनाफा कमा सकते हैं.
सफेद बैंगन की खास बात यह है कि इसकी साल में तीन बार फसल ली जा सकती है. यही वजह है कि किसान इसे एक भरोसेमंद और फायदे का सौदा मानते हैं. सर्दियों में इसकी मांग और कीमत दोनों अच्छी रहती हैं, जिससे आमदनी के रास्ते खुल जाते हैं.क्लीनिक के कृषि सलाहकार नवनीत बताते हैं कि सफेद बैंगन पोषण से भरपूर होता है. इसमें कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन के साथ-साथ विटामिन A, B और C अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं. सही तरीके से खेती की जाए, तो यह फसल किसानों की तकदीर बदल सकती है.
कैसे करें सफेद बैंगन की खेती
खेती शुरू करने से पहले खेत की अच्छी तरह जुताई करें और पाटा लगाएं. इसके बाद सड़ी हुई गोबर की खाद मिलाएं. साथ में फास्फोरस और पोटाश का संतुलित उपयोग करें. सीधे खेत में बीज बोने के बजाय पहले नर्सरी तैयार करना ज्यादा फायदेमंद रहता है.
जब पौधे तैयार हो जाएं, तो उन्हें लगभग 5 सेंटीमीटर की दूरी पर रोपें. रोपाई हमेशा शाम के समय करें ताकि पौधों पर तनाव न पड़े. इस फसल के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है और खेत में जल निकासी की अच्छी व्यवस्था होना जरूरी है.
सिंचाई का सही तरीका
सर्दियों में बैंगन की फसल को ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती. 12 से 15 दिन के अंतराल पर सिंचाई पर्याप्त रहती है. गर्मियों में यही सिंचाई 3-4 दिन में करनी पड़ती है. कोहरे के मौसम में खेत में नमी बनाए रखना बेहद जरूरी है.
खर्च और मुनाफा
एक हेक्टेयर में सफेद बैंगन की खेती पर लगभग 1.5 लाख रुपये का खर्च आता है. पूरे साल की बात करें, तो खर्च करीब 3 लाख रुपये तक पहुंच सकता है. बदले में एक हेक्टेयर से करीब 100 टन तक उपज मिल सकती है. अगर बाजार भाव सिर्फ 10 रुपये किलो भी रहा, तो किसान लगभग 10 लाख रुपये कमा सकते हैं. लागत निकालने के बाद भी 6 लाख रुपये से ज्यादा का शुद्ध मुनाफा संभव है.
अच्छी वैरायटी लगाएं, मुनाफा बढ़ाएं
बाजार में सफेद बैंगन की कई उन्नत किस्में उपलब्ध हैं. जैसे Syngenta की छोटा हरित बैंगन और Mahyco की हरित किस्म. इन वैरायटियों को निमाड़ क्षेत्र में सफलतापूर्वक लगाया जा रहा है और किसान अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.





