देश दुनिया

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने ₹500 के नोटों को लेकर नया नियम जारी किया है, जो 1 सितंबर 2025 से लागू होगा

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने ₹500 के नोटों को लेकर नया नियम जारी किया है, जो 1 सितंबर 2025 से लागू होगा।

इस नए आदेश के तहत ₹500 के नोटों के इस्तेमाल और प्रबंधन के लिए कई नई शर्तें रखी गई हैं। RBI का उद्देश्य नकदी व्यवस्था को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाना है। यह कदम नकली नोटों के प्रसार को रोकने, मुद्रा प्रणाली को मजबूत करने और डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है। इस नियम के बाद जनता को अपने पुराने ₹500 के नोटों को बैंक या अन्य अधिकृत स्थानों पर जमा करवाना होगा।

नए नियम 👉क्या है

1 सितंबर से ₹500 के नोटों के जमा करने और उपयोग करने के नियमों में कड़ाई की जाएगी। सबसे अहम बदलाव यह है कि ₹500 के नोटों की लेनदेन सीमा तय की गई है। अब ₹500 के नोटों में ₹10,000 से अधिक का भुगतान नकद में नहीं किया जा सकेगा। इसके अलावा, ₹500 के नोटों को बैंक में जमा करने के लिए पहचान पत्र और उचित दस्तावेज दिखाना अनिवार्य होगा। RBI ने कहा है कि ₹500 के नोट नकली नोटों की पहचान और रोकथाम के लिए नियमित जांच की जाएगी।

👉बैंक में जमा करने की प्रक्रिया

अगर आपके पास ₹500 के नोट ज्यादा मात्रा में हैं तो उन्हें बैंक शाखा में जमा कराना होगा। इसके लिए आपको अपना आधार कार्ड या कोई वैध पहचान पत्र साथ लेकर जाना होगा। बैंक में जमा करने के बाद आपको एक रसीद दी जाएगी। यह प्रक्रिया डिजिटल माध्यम से भी उपलब्ध होगी, जिसमें आप RBI की आधिकारिक वेबसाइट या बैंकिंग ऐप के माध्यम से नोट जमा करने का आवेदन कर सकते हैं। ध्यान रहे कि ₹500 के नोटों को जमा करने की आखिरी तारीख 30 सितंबर 2025 तक निर्धारित की गई है।

👉पुराने नोटों का क्या हो सकता है

RBI ने स्पष्ट किया है कि 1 सितंबर के बाद पुराने ₹500 के नोटों का व्यापार में उपयोग सीमित हो जाएगा। दुकानदार और व्यापारियों को ₹500 के नोट स्वीकार करने में सतर्क रहना होगा। बैंक भी पुराने नोटों को जमा करने के बाद सत्यापन की प्रक्रिया पूरी करेंगे। नकली या खराब हालत वाले नोट बैंक स्वीकार नहीं करेंगे। इसके अलावा, पुराने ₹500 के नोटों को बदलने की सुविधा भी बैंक शाखाओं पर उपलब्ध होगी, लेकिन इसके लिए उचित पहचान और दस्तावेज प्रस्तुत करना होगा।

नकली नोटों पर कड़ी कार्रवाई
RBI ने नकली नोटों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। 1 सितंबर के बाद ₹500 के नोटों की जांच और निगरानी बढ़ाई जाएगी। नकली नोट रखने या चलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत जुर्माने के साथ-साथ जेल की सजा भी हो सकती है। सरकार और RBI ने जनता से भी अपील की है कि वे नोटों की जांच करें और शक होने पर स्थानीय पुलिस या बैंक को सूचित करें। इस कदम से नकली मुद्रा का बाजार कम होने की उम्मीद है।

👉डिजिटल भुगतान को बढ़ावा

नए नियमों के साथ RBI डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहित कर रहा है। ₹500 के नोटों पर लेनदेन सीमा लगाने का मकसद लोगों को डिजिटल माध्यमों जैसे यूपीआई, नेट बैंकिंग, और मोबाइल वॉलेट्स का ज्यादा उपयोग करना है। डिजिटल लेनदेन सुरक्षित, तेज़ और ट्रैक करने योग्य होते हैं। सरकार की कोशिश है कि आने वाले वर्षों में नकद लेनदेन को कम किया जाए ताकि भ्रष्टाचार और काले धन पर अंकुश लगाया जा सके। इसके तहत बैंक और वित्तीय संस्थान डिजिटल ट्रांजैक्शन को आसान और सस्ता बनाने के उपाय कर रहे हैं।

👉जनता के लिए सुझाव

RBI ने जनता से अनुरोध किया है कि वे अपने ₹500 के नोटों को जल्द से जल्द बैंक में जमा करवाएं। पुराने नोटों को लेकर अफवाहों से बचें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर विश्वास करें। बैंकिंग सिस्टम का सही उपयोग करें और किसी अनधिकृत व्यक्ति या एजेंट से बचें। नोटों को सावधानी से संभालें और नकली नोटों की पहचान करना सीखें। इसके अलावा, डिजिटल भुगतान के लिए अपने मोबाइल और बैंक खातों को अपडेट रखें। सरकार की ओर से जारी किए गए सभी नियमों और निर्देशों का पालन करें ताकि आपको किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।

अस्वीकरण (जगन्नाथ डॉट कॉम प्रधान संपादक मनोज मिश्रा )
यह लेख केवल जानकारी साझा करने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी RBI की आधिकारिक घोषणाओं और सरकारी आदेशों पर आधारित है, जो समय-समय पर बदल भी सकते हैं। कृपया किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले RBI की आधिकारिक वेबसाइट या अपने बैंक से पुष्टि अवश्य करें। लेखक और प्रकाशक इस लेख में दी गई जानकारी के आधार पर हुए किसी भी नुकसान या समस्या के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। नोटों से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए कृपया बैंक या RBI से संपर्क करें और अनधिकृत स्रोतों से बचें।

Manoj Mishra

Editor in Chief

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button