कई बार आपने देखा होगा कि घर के कोनों, खिड़की-दरवाजों या छत की दीवारों पर अक्सर पीली ततैया (Yellow Wasp) या बर्र अपना छत्ता बना लेती हैं. यह ना सिर्फ देखने में डरावना होता है, बल्कि परिवार के सदस्यों के लिए खतरनाक भी साबित हो सकता है. अगर आप इन्हें भगाने की कोशिश करेंगे तो हो सकता है कि ये खतरनाक हो जाएं और घायल कर दें. ततैया के डंक से तेज जलन, सूजन और कई बार एलर्जिक रिएक्शन भी हो सकता है. लेकिन अच्छी बात यह है कि कुछ घरेलू नुस्खों और थोड़ी सावधानी से आप बिना किसी को नुकसान के इसे हटा सकते हैं. हम यहां आपके लिए कुछ ऐसे सिंपल और घरेलू उपाय लेकर आए हैं, जिनकी मदद से आप आसानी से बिना झझंट के ततैया या पीली बर्र को घर से दूर कर सकते हैं.पुदीना का तेल
पुदीना तेल की गंध ततैया या पीली बर्र को बिल्कुल पसंद नहीं आती है. इसलिए आप एक स्प्रे की बोतल में पानी में पुदीना का तेल मिलाकर छत्ते के आसपास छिड़काव कर दें. लेकिन ध्यान रहे कि जब आप स्प्रे से छिड़काव करें तो मुंह को अच्छे से ठक लें और चश्मा भी पहन लें.
धुएं का करें इस्तेमाल
ततैया या पीली बर्र को घर से भगाने के लिए आप छत्ते के नीचे सूखी लड़कियां या कुछ कार्ड बोर्ड रख दें, इसके बाद उन पर नीम के पेड़ की पत्तियां रख दें. अब एक लकड़ी की मशाल जला कर ततैया के छत्ते के नीचे रखे कार्ड बोर्ड के नीचे इसे रख दें. अब यहां से कहीं दूर आ जाएं और सुरक्षित स्थान पर खड़े हो जाएं. जैसे ही धुआं छत्ते तक पहुंचेगा, ततैया छत्ते से निकलकर इधर उधर भागने लगेंगी. कुछ ही घंटे में सारी ततैया या पीली बर्र छत्ता छोड़कर दूर कहीं चली जाएंगी. इसके साथ ही आप अंडे के क्रेट की भी मदद ले सकते हैं.
सिरका और नींबू
बराबर मात्रा में सिरका और नींबू का रस मिलाकर स्प्रे बोतल में डालें, यह मिश्रण ततैया या पीली बर्र के लिए किसी जहर से कम नहीं है. सिरका और नींबू के बने मिश्रण को आप छत्ते और आस-पास की जगह पर छिड़क दें. इसकी गंध से ततैया तुरंत जगह को छोड़ देती हैं और भाग जाती हैं. दरअसल इसकी महक ततैया को असहज कर देता है, जिसकी वजह से वह रुक नहीं पाती.ततैया या पीली बर्र को भगाने के लिए रात का समय चुनें
दिन में ततैया ज्यादा सक्रिय रहती हैं, इसलिए छत्ता हटाने का सही समय रात होता है. टॉर्च की हल्की रोशनी में सावधानी से छत्ता हटाया जा सकता है. छत्ता हटाते समय हमेशा हाथ-पैर ढकने वाले कपड़े पहनें, दस्ताने और चश्मा जरूर लगाएं. अगर छत्ता बहुत बड़ा है, तो स्थानीय म्युनिसिपल टीम या पेस्ट कंट्रोल की मदद लेना ही सुरक्षित रहेगा.