दलदली में सुशासन तिहार का असर दिखा, कलेक्टर ने की 2,346 आवेदनों की समीक्षा
मुख्यमंत्री घोषणाओं पर तेज़ी से क्रियान्वयन
कलेक्टर श्री वर्मा ने फॉलोअप शिविर लगाकर मुख्यमंत्री घोषणा एवं प्राप्त आवेदनों की प्रगति की गहन समीक्षा की
कवर्धा, जुलाई 2025। प्रदेशव्यापी सुशासन तिहार के तहत कबीरधाम जिले के बोड़ला विकासखण्ड अंतर्गत सुदूर आदिवासी और विशेष पिछड़ी जनजाति बहुल ग्राम पंचायत दलदली में मंगलवार को विशेष फॉलो-अप शिविर का आयोजन किया गया। कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने इस अवसर पर स्वयं शिविर स्थल पर पहुंचकर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा की गई घोषणाओं और 6 मई को आयोजित समाधान शिविर में प्राप्त आवेदनों के निराकरण की प्रगति की गहन समीक्षा की। उन्होंने शिविर में उपस्थित जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणाओं को जिला प्रशासन पूरी प्रतिबद्धता, संवेदनशीलता और पारदर्शिता के साथ धरातल पर उतारने के लिए संकल्पित है। फॉलोअप समाधान शिविर में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री विदेशी राम धूर्वे, शिविर में श्री नितेश अग्रवाल, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती ललिता रूप सिंह धुर्वे, बोड़ला जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि श्री रामकिंकर वर्मा, उपाध्यक्ष श्री नंद श्रीवास, जनपद सदस्य श्री विष्णु बैगा, श्री नरेन्द्र चंद्रवंशी, मोहन धुर्वे, श्री काशीराम उइके, जिला पंचायत सीईओं श्री अजय कुमार त्रिपाठी, अपर कलेक्टर श्री विनय पोयाम, श्री नरेन्द्र पैकरा, बोड़ला एसडीएम सुश्री रूचि शार्दुल, डिप्टी कलेक्टर श्री आरबी देवांगन सहित अधिकारी उपस्थित थे। फ़ॉलोअप शिविर में सभी जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय मंशानुरूप एवं उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के प्रयासो से कबीरधाम जिले में हो रहे जन कल्याणाकरी योजनाओं और विकास कार्यो के बारे में आमजनों विस्तार से बताया।
कलेक्टर श्री वर्मा ने बताया कि दलदली समाधान शिविर में कुल 2,354 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से 2,326 आवेदन विभिन्न मांगों से संबंधित थे और 28 आवेदन शिकायतों से जुड़े थे। अब तक 2,346 आवेदनों का समाधान कर लिया गया है तथा शेष बचे 8 आवेदनों का शीघ्र निराकरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आवेदनों के निराकरण में विभिन्न विभागों ने प्रभावी भूमिका निभाई है। कृषि विभाग द्वारा किसान सम्मान निधि के तहत 8 लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया है और 5 हितग्राहियों के सोलर पंप आवेदन स्वीकृत किए गए हैं। सिंचाई पंप के दो आवेदनों को पंजीकृत किया गया है। खाद्य विभाग को प्राप्त कुल 91 राशन कार्ड आवेदनों में से 51 पात्र पाए जाने पर वितरण कर दिए गए हैं, 24 आवेदक अपात्र पाए गए तथा शेष नाम जोड़ने-काटने संबंधी आवेदनों का भी निराकरण कर दिया गया है। वहीं केसमर्दा और बांकी की राशन दुकानों को ऑफलाइन करने हेतु प्रस्ताव राज्य शासन को प्रेषित किया गया है।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को प्राप्त नलकूप खनन के 203 आवेदनों में से 26 नलकूपों की खुदाई पूर्ण की जा चुकी है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की घोषणा अनुरूप कुसुम घटा-बैजलपुर और राजनवागांव समूह जल प्रदाय योजना तथा छीरपानी जलाशय आधारित योजना के लिए कुल 66 गांवों को शामिल करते हुए 11,806.00 लाख रूपए का प्राक्कलन तैयार कर शासन को भेजा गया है। इसी प्रकार ठाठापुर-दशरंगपुर-इंदौरी समूह जल प्रदाय योजना हेतु 7,088.19 लाख रूपए का प्राक्कलन तैयार कर शासन को भेजा गया है। पशुपालन विभाग द्वारा 14 मुर्गीपालन, 2 सूकरपालन एवं एक बकरी पालन हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। विद्युत विभाग द्वारा तरेगांव जंगल में ट्रांसफार्मर खराब होने की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई कर नया ट्रांसफार्मर स्थापित किया गया है।
जल संसाधन विभाग द्वारा सुतियापाठ मध्यम सिंचाई परियोजना की बायीं ओर की मुख्य नहर के विस्तार हेतु 4,604.26 लाख रूपए की लागत का प्राक्कलन तैयार कर शासन को प्रेषित किया गया है। इस प्रकार सभी विभागों द्वारा सुशासन तिहार अंतर्गत प्राप्त आवेदनों के त्वरित और गुणवत्तापूर्ण निराकरण की दिशा में प्रभावशाली कार्यवाही की गई है।
कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने कहा कि शासन की योजनाओं और मुख्यमंत्री घोषणाओं का लाभ सीधे आमजन तक पहुंचे, यह जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने विभाग से संबंधित सभी आवेदनों की अद्यतन जानकारी के साथ शिविर में अनिवार्य रूप से उपस्थित हों और लंबित प्रकरणों का समाधान सुनिश्चित करें। कार्यक्रम स्थल पर समय-सीमा बैठक का आयोजन भी किया गया, जिसमें विभागवार प्रगति की समीक्षा की गई।
कार्यक्रम के अंत में जिला पँचायत सीईओ श्री अजय कुमार त्रिपाठी ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों, विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों, मीडिया प्रतिनिधियों एवं आमजनों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शासन की जनहितकारी योजनाओं को यथाशीघ्र धरातल पर उतारने की दिशा में दलदली जैसे दूरस्थ क्षेत्रों में भी सकारात्मक और ठोस परिणाम सामने आ रहे हैं।