मुंबई: शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी के प्रमुख उद्धव ठाकरे और मनसे अध्यक्ष राज ठाकरेअब एक हो गए हैं। ठाकरे बंधुओं ने शनिवार को मुंबई के वर्ली डोम हॉल में संयुक्त रैली की। इस रैली में मंच पर केवल ठाकरे बंधु ही थे। दोनों ठाकरे बंधुओं ने आज भाषण दिए। इस दौरान हॉल और हॉल के बाहर दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता जमा हो गए थे। भीड़ इतनी बढ़ गई थी कि कार्यकर्ता गेट तोड़कर अंदर घुस गए। इस रैली में राज ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की आलोचना की। राज ठाकरे ने कहा कि हम दोनों भाई देवेंद्र फडणवीस की वजह से एक साथ आए हैं। उद्धव ठाकरे ने भी देवेंद्र फडणवीस की कड़ी आलोचना की। उद्धव ठाकरे ने कहा कि अन्नाजी पंत की वजह से हमारे बीच की दरार दूर हुई। दोनों ठाकरे बंधुओं की रैली पर देवेंद्र फडणवीस ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी।फडणवीस ने क्या कहा?
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पहली बार मैं राज ठाकरे को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे दो भाइयों को साथ लाने का श्रेय दिया। मुझे आदरणीय बालासाहेब ठाकरे का आशीर्वाद मिल रहा होगा। इस दौरान फडणवीस ने उद्धव ठाकरे के भाषण का भी मजाक उड़ाया और इसे विजय उत्सव के बजाय ‘रुदाली’ का कार्य बताया। दरअसल ‘रुदाली’ शब्द राजस्थान के कुछ हिस्सों में अंतिम संस्कार में रोने के लिए किराए पर ली गई महिलाओं को संदर्भित करता है।उद्धव का ‘रुदाली’ भाषण-फडणवीस
फडणवीस ने कहा कि मुझे बताया गया कि यह एक ‘विजय’ रैली होनी थी, लेकिन वह एक ‘रुदाली’ भाषण निकला। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने आश्चर्य जताया कि उद्धव ठाकरे के भाषण में भाषा के मुद्दे पर कम और अपनी सरकार के पतन और सत्ता में वापस आने की योजना पर अधिक ध्यान केंद्रित किया गया।उनके समय में मराठी लोगों को मुंबई से भगा दिया गया था’
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पिछले 25 सालों से जब मुंबई महानगरपालिका उनके हाथ में थी, तब वे कुछ नहीं कर पाए। लेकिन जिस तरह से हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मुंबई की सूरत बदली, उसी तरह उनके समय में मराठी लोगों को मुंबई से भगा दिया गया। हमने बीडीडी चाल के मराठी लोगों, पात्रा चाल के मराठी लोगों, अभ्युदय नगर के मराठी लोगों को एक ही जगह पर बड़ा घर दिया। यही उनके मन की ईर्ष्या है।

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