नींबू एक ऐसा पौधा है जो सही देखभाल और पोषण मिलने पर कुछ ही महीनों में फल देना शुरू कर देता है। लेकिन अक्सर किसान और बागवानी प्रेमी नर्सरी से पौधा लाकर सीधे मिट्टी में लगा देते हैं, जिससे वह कई सालों तक फल नहीं देता। इसका मुख्य कारण है – मिट्टी और खाद का सही चयन न होना। अगर आप भी चाहते हैं कि आपका नींबू का पौधा जल्दी फल दे और स्वस्थ बना रहे, तो आइए जानते हैं इसे गमले में लगाने का सही तरीका और कौन-सी है वो खास खाद जो इसे बनाती है फलों से भरपूर।नींबू का पौधा लगाने से पहले मिट्टी को पोषक तत्वों से भरपूर बनाना जरूरी होता है। इसके लिए आप गमले में भरने वाली मिट्टी में निम्न चीज़ें मिला सकते हैं:
- वर्मीकम्पोस्ट या सड़ी गोबर की खाद – ये मिट्टी को नरम और उपजाऊ बनाती है।
- नीम की खली (1 चम्मच) – यह मिट्टी को कीटों से सुरक्षित रखती है और पौधे को रोगमुक्त बनाती है।
- उबली हुई चायपत्ती (1 चम्मच) – इसमें मौजूद माइक्रोन्यूट्रिएंट्स पौधे को मजबूती देते हैं।
इस मिश्रण को अच्छे से मिलाकर गमले में भरें। फिर नर्सरी से लाए गए पौधे को सावधानी से पॉलिथीन से निकालें और जड़ों के पास की अतिरिक्त मिट्टी हटाकर गमले में लगाएं। इससे जड़ें जल्दी नई मिट्टी से जुड़ती हैं और तेजी से विकास करती हैं। लगाने के बाद पौधे में हल्का पानी दें।
नींबू के पौधे के लिए स्पेशल खाद – मछली का पानी
नींबू के पौधे को सामान्य खादों के साथ-साथ एक खास नेचुरल खाद की जरूरत होती है, और वो है मछली का पानी। मछली के टैंक या साफ पानी में रखी मछलियों का बचा हुआ पानी एक बेहतरीन जैविक उर्वरक है। इसमें नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटेशियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो पौधे की जड़ों को मजबूत बनाते हैं।
मछली के पानी के फायदे:
- जड़ों का विकास तेज़ होता है
- पौधा अधिक मात्रा में पोषक तत्व और पानी सोख पाता है
- फूल और फल की मात्रा बढ़ जाती है
- पौधा रोगों से सुरक्षित रहता है
हर 10-15 दिन में एक बार इस पानी का उपयोग करें और आप देखेंगे कि आपका नींबू का पौधा कुछ ही महीनों में फलों से लद जाएगा।
सुझाव:
- पौधे को रोज सुबह हल्की धूप में रखें, दोपहर की तेज धूप से बचाएं।
- हर 10-12 दिन में पौधे के चारों ओर मिट्टी को हल्का कुरेदें ताकि हवा और खाद नीचे तक पहुंच सके।
- अधिक पानी देने से बचें, सिर्फ मिट्टी सूखी लगे तभी सिंचाई करें।
अगर आप ऊपर बताए गए तरीके से नींबू का पौधा लगाते हैं और उसकी देखभाल करते हैं, तो यकीन मानिए आपका पौधा बहुत ही कम समय में न सिर्फ हरा-भरा दिखेगा, बल्कि ढेर सारे नींबू भी देगा। प्राकृतिक खादों और सही तकनीक से खेती करना न केवल पौधों को स्वस्थ बनाता है बल्कि मिट्टी और पर्यावरण के लिए भी लाभदायक होता है।