रायपुर। गरियाबंद जिले के इंडियन ओवरसीज बैंक राजिम शाखा में पिछले दिनों सामने आए 1.65 करोड़ की ज्वेलरी लोन घोटाले में एंटी करप्शन ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई की है। ACB-EOW ने इस मामले में तत्कालीन बैंक प्रबंधक सुनील कुमार सहित तीन को गिरफ्तार किया है। इन तीनों की गिरफ्तारी इस केस में पहले गिरफ्तार हो चुकी सहायक प्रबंधक अंकिता पाणिग्रही से मिले इनपुट के आधार पर की गई है।

बता दें यह पूरा मामला 2022 का है। गरियाबंद जिले की राजिम शाखा में 1.65 करोड़ की ज्वेलरी लोन घोटाला सामने आया। बैंक की तत्कालीन सहायक प्रबंधक अंकिता पाणिग्रही, प्रबंधक सुनील कुमार तथा लिपिक खेमन लाल कंवर, लिपिक योगेश पटेल ने मिलकर 11 किसानों के नाम पर फर्जी ज्वेल लोन निकालकर खुद को लाभ पहुंचाया था। इस मामले में शिकायत सामने आने के बाद ACB-EOW ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

इसके बाद इस मामले में ईओडब्ल्यू ने 8 अप्रैल को ओड़िशा में रेड कर तत्कालीन सहायक प्रबंधक अंकिता पाणिग्रही को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद अंकिता ने पूछताछ में बताया कि बैंक प्रबंधक सुनील कुमार और लिपिक खेमन लाल कंवर व लिपिक योगेश पटेल भी इस पूरे घोटाले में शामिल हैं। इसके बाद से ही ACB-EOW की टीम इनकी तलाश में लगी रही। आखिरकार ईओडब्ल्यू की टीम ने आरोपी बैंक मैनेजर सुनील कुमार को बिहार से पकड़ा और दोनों लिपिक खेमन लाल कंवर और योगेश पटेल को भी गिरफ्तार किया। फिलहाल तीनों आरोपियों को रिमांड में लेकर पूछताछ की जा रही है।

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