इंदौर: लगातार हो रहे जलवायु परिवर्तन का असर अब मौसम पर साफ नजर आ रहा है. इस साल मालवा अंचल में सामान्य से कम सर्दी पड़ने और औसत बारिश होने के कारण मार्च महीने से ही गर्मी अपना असर दिखाने जा रही है. मौसम वैज्ञानिकों की माने तो 7 मार्च से पूरे अंचल के तापमान में वृद्धि नजर आएगी. जिसमें वर्तमान तापमान में करीब 5 से 6 डिग्री की वृद्धि हो जाएगी.
मार्च के पहले सप्ताह में मिनिमम टेंपरेचर में 2-3 डिग्री इजाफा
दरअसल, मौसम वैज्ञानिकों का पूर्वानुमान है कि भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में कमजोर होते ला-नीना और तटस्थ हिंद महासागर द्विध्रुव की स्थिति पूरे महीने सामान्य से कम वर्षा और सामान्य से अधिक तापमान में योगदान देगी. फिलहाल मार्च माह के पहले सप्ताह के दौरान इंदौर और उज्जैन सहित अन्य आस-पास के क्षेत्रों में न्यूनतम रात्रि तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री अधिक (16-18 डिग्री सेल्सियस) रहेगा. इसके साथ ही इंदौर और उज्जैन संभाग में दिन का तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक (32-34 डिग्री सेल्सियस) रहेगा.हालांकि बारिश की कोई उम्मीद नहीं है, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के कारण बादल छाए रहेंगे.कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ. एचएल खपेड़िया ने बताया कि “मार्च महीने के दूसरे सप्ताह में इंदौर संभाग में रात्रि तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री अधिक (17-19 डिग्री सेल्सियस) रहने की संभावना है, जबकि अन्य संभागों में तापमान 15-17 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा. दिन का तापमान और बढ़ेगा, जिससे इंदौर और उज्जैन संभाग में 35-36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा. मार्च के अंत में इंदौर और उज्जैन जिलों में 3-4 दिनों तक भीषण गर्मी पड़ने की आशंका है.”डॉ. एचएल खपेड़ियाने बताया कि “प्रत्येक 10 वर्ष में मौसम पर जलवायु परिवर्तन का असर देखा जाता है. इस साल इंदौर समेत मालवा अंचल में बारिश कम हुई. इसके अलावा जिस कड़ाके की ठंड की उम्मीद थी, वह भी कुछ दिन ही हुई. जिसके फलस्वरूप इस बार गर्मी बढ़ने के आसार हैं. मार्च माह में आमतौर पर तापमान 35 से 36 डिग्री नहीं रहता, लेकिन इस साल महीने के अंत तक तापमान इतना ही रहने की संभावना है.”