पश्चिम चम्पारण. सफेद मूसली को मुख्य रूप से शारीरिक क्षमता बढ़ाने वाली जड़ी बूटी के रूप में जाना जाता है. आयुर्वेद के अनुसार यह सर्दियों के लिए काफी अच्छी औषधि है. महिला हो या पुरुष, स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं में इसका सेवन लाभदायक माना जाता है. पिछले 40 वर्षों से कार्यरत पतंजलि आयुर्वेदाचार्य भुवनेश पांडे ने सर्दियों में इसके सेवन तथा उससे होने वाले लाभ पर विशेष जानकारी साझा की है. आयुर्वेदाचार्य की मानें तो, मूसली का सेवन महिलाओं एवं पुरुषों में बदन दर्द, शारीरिक दुर्बलता, त्वचा में निखार, पेशाब में जलन तथा रक्तचाप जैसी समस्याओं को बिना किसी साइड इफेक्ट के दूर करता है.
1000 रुपए प्रति किलो बिकता है सफेद मूसलीबिहार के पश्चिम चम्पारण जिले में सफेद मूसली की खेती बड़े स्तर पर की जाती है. ज़िले के मझौलिया प्रखंड निवासी कृषक रामाशंकर शर्मा बताते हैं कि औषधीय गुणों से भरपूर होने की वजह से अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में इसकी डिमांड खूब होती है. आम दिनों में भी बाजार में इसकी कीमत 1000 रुपए प्रति किलो के आस पास ही होती है. विभिन्न प्रकार की दवाईयों में इसका इस्तेमाल होने की वजह से विशेषकर सर्दियों में इसकी डिमांड बढ़ जाती है.
शरीर के दर्द एवं रक्तचाप को करता है संतुलितआयुर्वेदाचार्य भुवनेश बताते हैं कि सर्दियों में यदि आपको अक्सर बदन दर्द की शिकायत रहती है, तो प्रतिदिन सफेद मूसली की जड़ का सेवन फायदेमंद हो सकता है. ठंड की वजह से बढ़ने वाले रक्तचाप तथा गठिया के दर्द रोग में भी यह बेहद लाभकारी होता है.
शारीरिक एवं मानसिक दुर्बलता दूर करने के लिए प्रसिद्ध दुनिया भर में मूसली का सबसे ज्यादा उपयोग शारीरिक शिथिलता या दुर्बलता को दूर करने वाली आयुर्वेदिक दवाईयों को बनाने में किया जाता है. यदि आप इसके चूर्ण का सेवन आयुर्वेदिक तरीके से करते हैं, तो यह शारीरिक तथा मानसिक दुर्बलताओं को दूर कर नई ऊर्जा के प्रवाह में मदद करता है. सफेद मूसली के इस खास गुण की वजह से दवाई बनाने वाली कम्पनियों में इसकी डिमांड खूब रहती है.
महिलाओं के लिए भी फायदेमंदपुरुष ही नहीं, महिलाओं के लिए भी मूसली बेहद लाभकारी होती है. यह उम्र के असर को कम कर सुन्दरता बढ़ाने में मददगार साबित होती है. इसके अलावे महिलाओं की अन्य प्रमुख समस्याओं में भी इसका सेवन फायदेमंद होता है.
पेशाब में जलन के लिए लाभकारी जानकार बताते हैं कि पेशाब में जलन की शिकायत होने पर सफेद मूसली की जड़ को पीसकर यदि इलायची के साथ दूध में उबालकर पिया जाए, तो इससे बेहद लाभ हो सकता हो सकता है. ध्यान देने वाली बात यह है कि दिनभर में 5 ग्राम तक सफेद मूसली का सेवन उत्तम माना जाता है.
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