माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद कई तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है. इसमें मुख्तार की संपत्ति को लेकर कई बातें कही जा रही हैं. असल बात तो ये है कि मुख्तार ने अपराध की दुनिया से अकूत संपत्ति बनाई थी. हकीकत तो यह है कि मुख्तार अंसारी ने ग़ाज़ीपुर, मऊ से लेकर लखनऊ, दिल्ली तक अनगिनत संपत्तियां बनाईं, लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि मुख्तार लाखों करोड़ का मालिक था. उनके पास केवल एक बैंक खाता था, जबकि उनकी पत्नी के तीन बैंकों में खाते थे.
मुख्तार का किस बैंक में खाता है?
मुख्तार अंसारी ने अपना आखिरी विधानसभा चुनाव साल 2017 में लड़ा था. उस वक्त दिए गए हलफनामे में मुख्तार असारी ने कहा था कि उनके पास सिर्फ एक बैंक खाता है, जबकि उनकी पत्नी के तीन बैंकों में खाते हैं. मुख्तार ने अपना खाता एसबीआई में खुलवाया था, जबकि उनकी पत्नी के खाते एसबीआई के साथ-साथ स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक और एचडीएफसी बैंक में भी थे. इसी तरह उन्होंने अपने हलफनामे में बताया था कि उनके बच्चों के खाते आईसीआईसीआई बैंक और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में हैं.
ग़ाज़ीपुर से लखनऊ तक की संपत्ति
चुनावी हलफनामे के मुताबिक, मुख्तार और उनकी पत्नी के पास संयुक्त रूप से 3.23 करोड़ रुपये की कृषि भूमि और 4.90 करोड़ रुपये की गैर-कृषि भूमि है. इसके अलावा 2017 में दिए गए ब्योरे के मुताबिक, उनके पास ग़ाज़ीपुर से लेकर लखनऊ तक कई व्यावसायिक इमारतें बताई गईं, जिनकी कीमत उस समय 12.45 करोड़ रुपये बताई गई थी. इसके अलावा कई अन्य संपत्तियों का भी जिक्र किया गया, जिनकी कीमत 1.70 करोड़ रुपये थी. मुख्तार ने तब अपने हलफनामे में बताया था कि उनके परिवार के पास कुल 72 लाख रुपये का सोना है.
सरकार ने 600 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की
फिलहाल सिर्फ सरकारी एजेंसियों के आंकड़ों पर गौर करें तो 2020 तक मुख्तार की 608 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति या तो जब्त कर ली गई या नष्ट कर दी गई, जबकि चुनावी हलफनामे में उन्होंने सिर्फ 21.88 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति का दावा किया था. आपको बता दें कि मुख्तार ने अपना आखिरी चुनाव जेल से ही लड़ा था और जीत भी हासिल की थी. इस तरह वह कुल 5 बार विधायक रहे और उनके पास 27 लाख रुपये से ज्यादा की रिवॉल्वर, बंदूकें और हथियार भी थे. मुख्तार पर हत्या समेत कई मामले दर्ज थे. उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत कुल 65 आपराधिक मामले दर्ज थे.