उत्तर प्रदेश का ताला नगरी कहे जानें वाला शहर अलीगढ़ खेती-किसानी में कम नहीं है. यहां आलू की बड़े पैमाने पर खेती की जाती है. आलू बेल्ट में शामिल अलीगढ़ जनपद में आलू की खेती बड़े स्तर पर होती है. यहां आलू से नमकीन और चिप्स तो तैयार होते हैं. अब पाउडर भी तैयार किया जा रहा है. अभी 75 टन आलू का रोज पाउडर बनाया जा रहा है. लेकिन कई दूसरे कारोबारी भी इस तरफ बढ़ रहे हैं. माना जा रहा है कि 2025 तक पाउडर बनाने वाली तीन और कंपनियां शुरू हो जाएंगी अलीगढ़ का आलू पाउडर विदेश तक फेमस
जिला उद्यान अधिकारी अलीगढ़ शिवानी तोमर ने बताया कि अलीगढ़ में करीब 30245 हेक्टेयर आलू की खेती की जाती है. चिप्स बनाने वाली कई नामचीन कंपनियां भी यहां से आलू की खरीद करती हैं. अब धीरे-धीरे आलू के पाउडर की मांग बढ़ रही है. आलू पाउडर से विदेशों में बर्गर, कटलेट, पराठे और टिक्की आदि व्यंजन बनाए जा रहे हैं. विदेशों में बनने वाले नमकीन में भी यहां के आलू का स्वाद है. इस्राइल, ब्राजील और इंडोनेशिया सहित पांच देशों में यहां का आलू पाउडर भेजा जा रहा है. इससे पहले वर्ष 2018 में दक्षिण अमेरिका के गुयाना में अलीगढ़ से 29 टन आलू निर्यात किया गया था. यह निर्यात एफपीओ के माध्यम से हुआ था.कैसे बनता है आलू का पाउडर? कीमत जानें
जानकारी देते हुए जिला उद्यान अधिकारी शिवानी तोमर ने बताया कि उनकी कंपनी में रोजाना 75 टन आलू का पाउडर बनता है. कोल्ड स्टोर से आने के बाद आलू को छिला जाता है. फिर धोया जाता है. इसके बाद उबालकर उसे पीसा जाता है. बाद में सुखाकर उसका पाउडर बनता है. इस पाउडर को किसी भी व्यंजन में प्रयोग किया जा सकता है. इसकी कीमत 120 से 130 रुपये किलो तक होती है. जिला उद्यान अधिकारी शिवानी ने कहा कि आलू के उत्पाद लगातार बढ़ रहे हैं. लिहाजा मांग भी उसी तरह बढ़ रही है.
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