पुरकाजी में मुसलमान समुदाय की बैठक में तय किया गया कि जो भी शादी समारोह में अपने घर पर डीजे बजवाएगा, उसके घर पर निकाह नहीं पढ़ा जाएगा। काजी साहब मस्जिद में निकाह पढ़ाएंगे।मुस्लिम समुदाय के गणमान्य लोगों की बैठक में समाज सुधार पर चिंतन किया गया। शहर काजी मुफ्ती तनमीक अहमद ने कहा कि शादी वाले घर में अगर डीजे बज रहा है तो वहां के बजाय मस्जिद में निकाह पढ़ाया जाना चाहिए। ऐसे लोगों की दावत में शामिल होने से भी परहेज करना चाहिए।
पुरकाजी कस्बे की दरबार वाली मस्जिद में बुधवार को शहर काजी मुफ़्ती तनमीक अहमद ने समाज के जिम्मेदार लोगों की बैठक बुलाई। सर्व सम्मति से समाज में विभिन्न बुराइयों को दूर करने का निर्णय लिया गया। शादी के दौरान डीजे का मुद्दा छाया रहा।
शहर काजी ने कहा कि जो लोग शादी समारोह में डीजे बजवाने का काम करते हैं, काजी उनके घर पर निकाह न पढ़ाएं। ऐसे मामलों में मस्जिद में ही निकाह की प्रक्रिया होनी चाहिए। ऐसे लोगों के यहां दावत में शामिल होने से भी परहेज करना चाहिए। सभी ने सर्व सम्मति से शहर काजी की बात का समर्थन किया।
शहर काजी ने कहा शादी समारोह में खाने की भी बर्बादी की जा रही है। लोग अपनी-अपनी खाने की प्लेटों में बहुत खाना छोड़ कर खराब कर रहे हैं। इस पर भी ध्यान देने की बहुत सख्त जरूरत है। इसके अलावा भी बहुत सी बुराइयों ने समाज को जकड़ रखा है।तय हुआ कि प्रत्येक मोहल्ले में पांच सदस्यीय कमेटी बनाकर समाज सुधार की दिशा में कदम बढ़ाया जाएगा।बैठक में नगर पंचायत अध्यक्ष जहीर फारूकी, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष कमरुज्जमा उर्फ मियां, नसीम सभासद, आजाद फरीदी, मुर्तजा हैदर ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर हाफिज अजीज अहमद अंसारी, मौलाना हारून, हाफिज शहजाद अहमद, हाफिज मोहसिन, हाफिज इरफान, हाफिज तंजीम अहमद, हाफिज शाहनवाज, चुन्नू मियां, आदिल फरीदी, मोहम्मद शाहनवाज, अकील खान, डॉ. फैसल, शमीम मलिक, इकराम प्रधान, रईस फरीदी, मियां साजिद और रईस अंसारी मौजूद रहे।