दिल्ली

मनु जब से पैदा हुई है तब से हमारा संघर्ष चल ही रहा है, ससुराल से लेकर… बोलीं ‘मिरेकल गर्ल’ की मां

नई दिल्ली. भारतीय शूटिंग की नई पोस्टर गर्ल मनु भाकर का पेरिस ओलंपिक में अभियान 2 मेडल के साथ खत्म हुआ. मनु एक ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बन गई हैं. उन्होंने पहला ब्रॉन्ज मेडल व्यक्तिगत स्पर्धा में जबकि दूसरा मिक्स्ड इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ जीता था. 22 साल की मनु को इस मुकाम तक पहुंचाने में उनकी मां सुमेधा भाकर का अहम रोल रहा है. सुमेधा का कहना है कि उन्होंने मनु का हर समय ध्यान रखा. उसकी डाइट से लेकर ट्रेवल तक. मनु दो कांस्य पदक लेकर इंडिया लौट रही हैं. ‘मिरेकल गर्ल’ मनु अपनी शानदार उपलब्धि से प्रभावित नहीं हुई हैं. स्वतंत्रता के बाद एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनने के बाद मनु ने खुद को तीन महीने का ब्रेक दिलाया है.मनु भाकर (Manu Bhaker) की मां सुमेधा भाकर (Sumedha Bhaker) ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘ मनु जब से पैदा हुई है, तबसे हम मां बेटी का संघर्ष चल ही रहा है. कभी ससुराल में लड़ाई, कभी कहीं जाती हूं तो ये मत करो वो मत करो. वो बोलते हैं ना कि औरत जब उठती है तो उसे गिराने वाले बहुत होते हैं और कहते हैं कि ये मत करो वो मत करो. इस तरह के लोग बहुत मिलते हैं, लेकिन भगवान का साथ रहा है मेरे साथ. सुराल में गिराने की कोशिश तो बहुत की थी लेकिन मैंने पीछे मुड़कर कभी देखा ही नहीं. मैं आगे बढ़ती चली गई. और आज यहां मैं आप सबके सामने खड़ी हूं.’

टोक्यो ओलंपिक के बाद पेरिस के लिए शुरू कर दी थी तैयारी
तीन दिन के अंतराल में दो कांस्य पदक जीतकर मनु भारत के महान खिलाड़ियों की छोटी सूची में शामिल हो गई हैं. शनिवार को तीसरा पदक जीतने की प्रबल संभावना थी लेकिन वह 25 मीटर पिस्टल फाइनल में चौथे स्थान पर रहीं. मनु ने 10 मीटर पिस्टल में कांस्य पदक जीतने के बाद सरबजोत सिंह के साथ मिश्रित टीम पिस्टल स्पर्धा में एक और कांस्य पदक जीता. मनु ने पेरिस ओलंपिक के लिए कब से तैयारी शुरू कर दी थी इस पर उनकी मां ने कहा कि उनकी बेटी ने टोक्यो ओलंपिक के बाद ही पेरिस के लिए अपनी कड़ी मेहनत शुरू कर दी थी.

‘मैं उसके खाने का ध्यान रखती हूं’
बकौल सुमेधा भाकर, ‘ मनु टोक्यो ओलंपिक के बाद से अपनी तैयारी में जुट गई थी. जहां भी मनु जाती है मैं उसके साथ रहती हूं. मेरा काम ये देखना रहता है कि उसके लिए अब क्या करना है. विशेषकर मैं उसके खाने का ध्यान रखती हूं. मैं ये देखती हूं कि 12 घंटे खड़े होकर शूटिंग करेगी तो इसे खाने में क्या देना है.’ मनु की नजरें अब लॉस एंजिलिस 2028 पर टिक गई है. अगला ओलंपिक यहीं पर होने वाला है और मनु उसमें गोल्ड मेडल जीतना चाहेंगी.

Manoj Mishra

Editor in Chief

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