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अगले 72 घंटे मूसलाधार बारिश, बर्फीली हवाओं से गिरेगा तापमान, शीतलहर का रेड अलर्ट जारी IMD Weather Alert

अगले 72 घंटे देश के मौसम के लिहाज से बेहद अहम रहने वाले हैं। दिसंबर के मध्य में ही ठंड, बारिश और बर्फबारी ने आम जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) द्वारा जारी ताज़ा IMD Weather Alert के अनुसार आने वाले 48 से 72 घंटों में कई राज्यों में मूसलाधार बारिश, शीतलहर और बर्फीली हवाओं का असर देखने को मिलेगा। उत्तर भारत में तापमान तेजी से गिरेगा, जबकि पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का दौर तेज हो सकता है।

यह मौसम बदलाव केवल ठंड तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका असर यातायात, खेती, स्वास्थ्य और दैनिक जीवन पर भी पड़ेगा। IMD Weather Alert किसानों, यात्रियों और बुजुर्गों के लिए विशेष सावधानी बरतने की सलाह देता है। ऐसे में जरूरी है कि मौसम की सही जानकारी समय रहते समझी जाए और आवश्यक तैयारी पहले से की जाए, ताकि किसी भी तरह की परेशानी से बचा जा सके।

उत्तर भारत में शीतलहर और घने कोहरे का अलर्ट

IMD Weather Alert के अनुसार दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार में शीतलहर का प्रभाव और तेज होने वाला है। पहाड़ी क्षेत्रों से आ रही ठंडी और बर्फीली हवाएं मैदानी इलाकों में तापमान को तेजी से नीचे गिरा रही हैं। अगले 72 घंटों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 1 से 3 डिग्री सेल्सियस तक कम दर्ज किया जा सकता है। सुबह और देर रात घना कोहरा छाने की संभावना है, जिससे विजिबिलिटी बेहद कम हो सकती है।

ग्रामीण इलाकों में ठंड का असर ज्यादा महसूस किया जाएगा, जहां खुले खेत और नमी ठंड को और बढ़ा देती है। कई जिलों में पाला पड़ने की आशंका है, जिससे सरसों, आलू और सब्जियों की फसलों को नुकसान हो सकता है। IMD Weather Alert बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को ठंड से बचने की सलाह देता है, क्योंकि शीतलहर के दौरान हाइपोथर्मिया और सांस संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।

पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर

13 दिसंबर के आसपास एक सक्रिय वेस्टर्न डिस्टर्बेंस उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में दस्तक दे सकता है। IMD Weather Alert के मुताबिक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी की संभावना है, जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश हो सकती है। कश्मीर घाटी में पहले से ही तापमान शून्य से नीचे चल रहा है, ऐसे में नई बर्फबारी से ठंड और अधिक बढ़ने की आशंका है।

पहाड़ों में हो रही बर्फबारी का असर केवल वहीं तक सीमित नहीं रहता, बल्कि इसका प्रभाव मैदानी इलाकों तक ठंडी हवाओं के रूप में पहुंचता है। यही वजह है कि दिल्ली, पंजाब और राजस्थान में अचानक ठंड बढ़ जाती है। IMD Weather Alert पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करने वालों को सतर्क रहने की सलाह देता है, क्योंकि बर्फबारी के कारण सड़कें फिसलन भरी हो सकती हैं और भूस्खलन का खतरा भी बना रहता है।

दक्षिण भारत में बारिश और उत्तर–पूर्व मानसून की स्थिति

उत्तर भारत में जहां कड़ाके की ठंड पड़ रही है, वहीं दक्षिण भारत में मौसम का मिजाज अलग नजर आ रहा है। IMD Weather Alert के अनुसार तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है। उत्तर–पूर्व मानसून अब कमजोर जरूर पड़ा है, लेकिन वातावरण में मौजूद नमी के कारण कई इलाकों में बादल छाए रह सकते हैं और रुक-रुक कर बारिश हो सकती है।

अंडमान–निकोबार द्वीप समूह के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है। निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन सकती है। कर्नाटक और तेलंगाना में मौसम अपेक्षाकृत शुष्क रहेगा, लेकिन रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। IMD Weather Alert यह संकेत देता है कि दक्षिण भारत में भी मौसम को लेकर सतर्कता बरतना जरूरी है

 

दिल्ली–NCR में ठंड, कोहरा और बढ़ता प्रदूषण

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में ठंड के साथ-साथ वायु प्रदूषण भी चिंता का विषय बना हुआ है। IMD Weather Alert के अनुसार सुबह और रात के समय कोहरा और हल्की धुंध बनी रह सकती है। ठंडी हवाओं के कारण न्यूनतम तापमान 8 से 9 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है, जबकि अधिकतम तापमान 23 से 24 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है।

ठंड और स्थिर हवाओं की वजह से प्रदूषण की परत हवा में टिक जाती है, जिससे AQI खराब श्रेणी में पहुंच रहा है। इससे सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और गले की समस्याएं बढ़ सकती हैं। IMD Weather Alert और स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि लोग सुबह के समय खुले में व्यायाम से बचें और मास्क का इस्तेमाल करें, ताकि प्रदूषण और ठंड दोनों से सुरक्षा मिल सके।

Disclaimer: यह लेख भारतीय मौसम विभाग (IMD) द्वारा जारी पूर्वानुमानों और सार्वजनिक जानकारी पर आधारित है। मौसम की स्थिति समय, स्थान और परिस्थितियों के अनुसार बदल सकती है। किसी भी यात्रा, कृषि कार्य या दैनिक योजना से पहले IMD की आधिकारिक वेबसाइट या स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी ताज़ा IMD Weather Alert अवश्य जांच लें।

 

Manoj Mishra

Editor in Chief

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