आगरा : तस्वीरों में पहले इन दो छोटे मासूम बच्चों को देख लीजिए. आप भी इनकी हिम्मत और हौसले के मुरीद हो जाएंगे. देखने में भले ही इनकी उम्र आपको छोटी नजर आ रही होगी. लेकिन इनकी शिकायत उनसे कई गुना बड़ी है. गांव से 7 किलोमीटर का सफर तय कर यह दोनों बच्चे आगरा जिलाधिकारी के पास पहुंचे हैं. जब जिला अधिकारी ऑफिस में इन बच्चों ने अपनी फरियाद अधिकारियों को सुनाई तो वहां मौजूद सभी लोग दंग रह गए. दोनों बच्चे हाथ में एक शिकायत पत्र लेकर जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंचे और अधिकारियों से कहा कि हमने अखबार में पढ़ा था. CM अंकल ने कहा कि तालाबों पर कब्जा नहीं होगा. लेकिन हमारे गांव में कुछ लोग तालाब पर मिट्टी डालकर कब्जा कर रहे हैं. उसी की शिकायत करने हम आए हैं.
डीएम साहब यही मिलेंगे ! जब बच्चों ने अधिकारियों से पूछा तो सब रह गए दंग
बुधवार तकरीबन 12:00 बजे दो बच्चे हाथ में सफेद कागज लेकर जिला मुख्यालय स्थित डीएम ऑफिस में दाखिल होते हैं .12 और 13 साल के दो बच्चे कमरे में घुसते ही पूछते हैं कि डीएम साहब यहीं बैठते हैं. पता चला कि आज DM साहब बाहर हैं. सामने अपर नगर मजिस्ट्रेट द्वितीय सतीश कुशवाहा सुनवाई कर रहे थे. ACM के सामने पहुंचकर एक बच्चे ने कहा कि अंकल मेरा नाम पीयूष है और ये मेरा भाई विनय है. हम शिकायत लेकर आए हैं. यह सुनकर सभी लोग हैरान रह गए. पूछने पर बताया हमारा गांव सुचेता (पथौली) है. वहां पर लगभग 100 साल पुराना तालाब है. तालाब पर कुछ लोग मिट्टी डालकर उसे पाट कर कब्जा कर रहे हैं .अगर तालाब पर कब्जा हो गया तो वर्षा का पानी भरेगा और उसमें गंदगी और मच्छर पैदा होंगे .बच्चों की हिम्मत देखकर अधिकारी भी दंग रह गए.
मदद का दिया आश्वासन
हालांकि जिला अधिकारी से बच्चों की मुलाकात नहीं हो पाई. लेकिन मौके पर सुनवाई कर रहे ACM ने शिकायत पड़ी और उस शिकायत पर मार्क करते हुए तहसील में जाकर एसडीएम को देने को कहा. एसडीएम कार्यालय में शिकायत पत्र जमा कर दिया गया है. पीयूष और विनय ने कहा कि तालाब से कब्जा हट जाए और इसकी ठीक तरीके से सफाई हो जाए. हालांकि जिला अधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी ने कहा कि सुचेता गांव में तालाब पर कब्जे की शिकायत मिली है. टीम भेज कर जांच कराई जाएगी. अगर शिकायत सही मिलती है, तो तालाब से कब्जा हटाया जाएगा. इस वाकया के बाद दोनों बच्चों की हिम्मत की खूब चर्चा हो रही है.