एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन पाने के लिए दिए जाने वाले एग्जाम नीट-यूजी में धांधली का मामला सामने आया. इसके बाद शनिवार 22 जून की रात में केंद्र सरकार ने नीट-पीजी की परीक्षा स्थगित कर दी. साथ ही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के डीजी सुबोध सिंह को पद से हटा दिया गया. अब इस मामले में विपक्ष लगातार केंद्र की एनडीए सरकार पर हमलावर है.
महाराष्ट्र में शिवसेना यूबीटी के नेता आनंद दुबे ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से इस्तीफे की मांग की है. नीट एग्जाम स्थगित किए जाने के फैसले के बीच उद्धव गुट के नेता ने कहा, ‘सरकार बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए परीक्षा नहीं करा पा रही है. ऐसे में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को तत्काल रूप से इस्तीफा दे देना चाहिए.’ साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को पूरा सिस्टम बदलना होगा और अयोग्य अधिकारियों को पद से हटाना होगा.
नए लोगों को जिम्मेदारी दिए जाने की मांग
आनंद दुबे ने कहा, “नीट पीजी का एग्जाम, जो कि शनिवार को होने वाला था उसे पोस्टपोन कर दिया गया है. केवल एनटीए के अधिकारियों को हटाने से कुछ नहीं होगा. सरकार को पूरे सिस्टम में बदलाव लाना होगा. सबसे पहले मौजूदा शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को इस्तीफा देना चाहिए और उनकी जगह किसी योग्य को जिम्मेदारी दी जानी चाहिए. अगर ऐसा नहीं होता है तो करोड़ों बच्चों को इसका नुकसान भुगतना पड़ेगा. सड़क पर उतर कर विरोध करने वाले नाराज छात्रों की संख्या और बढ़ेगी.”
उद्धव ठाकरे गुट के नेता ने आगे कहा, “विपक्ष होने के तौर पर हम केवल डिमांड कर सकते हैं कि यह बड़ी जिम्मेदारी योग्य लोगों को ही देनी चाहिए और मौजूदा स्थिति के जिम्मेदार लोगों को तुरंत पद से हटाना चाहिए.”नीट-पीजी एग्जाम की नई तारीख जल्द होगी घोषित
जानकारी के लिए बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नीट पीजी के एग्जाम को स्थगित करने का फैसला लिया है. यह परीक्षा रविवार 23 जून को होने वाली थी, जो अब नहीं होगी. नई तारीख का ऐलान अभी नहीं किया गया है. हालांकि, जल्द ही नया शेड्यूल तैयार किया जाएगा.