दिवाली खुशियों और रोशनी का त्योहार है लेकिन इसके बाद हवा में बढ़ने वाला प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा बन जाता है। पटाखों का धुआं, सड़कों पर उड़ती धूल और बढ़ता वाहन प्रदूषण फेफड़ों को बुरी तरह प्रभावित करता है।दिवाली के बाद कई शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स ‘गंभीर’ स्तर पर पहुंच जाता है। इस समय हवा में मौजूद छोटे कण सांस के साथ फेफड़ों के अंदर तक चले जाते हैं। इससे आपको फेफड़ों और श्वसन नलिकाओं में सूजन, सांस लेने में तकलीफ, लगातार खांसी और बलगम, अस्थमा रोगियों में अटैक, सिरदर्द और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
अगर आप भी दिवाली के बाद इस प्रदूषण का असर महसूस कर रहे हैं, तो अब समय है अपने फेफड़ों को नेचुरल तरीके से साफ और मजबूत करने का। न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटीशियन शिखा अग्रवाल शर्मा आपको कुछ घरेलू उपाय बता रही हैं जिनके जरिए आप फेफड़ों की गंदगी निकाल सकते हैं।फेफड़ों में जमा गंदगी या टॉक्सिन्स को बाहर निकालने के लिए सही खान-पान बेहद जरूरी है। अदरक और हल्दी सूजन कम करके बलगम निकालने में मदद करते हैं, जबकि लहसुन में मौजूद एलिसिन संक्रमण से बचाव करता है और सांस की नलियों को साफ रखता है।तुलसी कफ दूर करने में फायदेमंद होती है, वहीं हरी सब्जियां एंटीऑक्सीडेंट और क्लोरोफिल से भरपूर होती हैं, जो शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाती हैं। इसके लिए आप तुलसी के पत्तों की चाय या काढ़ा पी सकते हैं। इसके अलावा नींबू, संतरा और आंवला जैसे फलों में मौजूद विटामिन C इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है और शरीर से टॉक्सिन्स निकालने में मदद करता हैरोजाना हल्दी और शहद मिलाकर गुनगुना पानी पीना भी फेफड़ों की सफाई और उन्हें स्वस्थ रखने का आसान और प्रभावी उपाय है। इसके लिए पानी को गर्म करें और गुनगुना होने पर एक चम्मच शहद मिक्स करें और चुस्की लेकर पिएंभाप लेने से फेफड़ों और नाक में जमा कफ ढीला पड़ जाता है और सांस लेना आसान हो जाता है। भाप में नीलगिरी तेल या कपूर डालना और भी फायदेमंद होता है। साथ ही तुलसी, मुलेठी और अदरक की हर्बल चाय पीने से गले की खराश और खांसी में राहत मिलती है। दिवाली के बाद हफ्तेभर रोज 2 कप हर्बल चाय जरूर पिएंपर्याप्त मात्रा में पानी पीना फेफड़ों से टॉक्सिन्स बाहर निकालने में मदद करता है। इससे बलगम पतला होता है और आसानी से निकल जाता है। दिनभर में 8 से 10 गिलास पानी जरूर पिएं। इसके साथ नारियल पानी और सूप भी ले सकते हैं।
फेफड़ों को साफ और मजबूत रखने के लिए गहरी सांस लेने के व्यायाम यानी प्राणायाम सबसे असरदार तरीका है। योग में बताए गए प्राणायाम जैसे अनुलोम-विलोम, कपालभाति और भस्त्रिका फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने और शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर करने में मदद करते हैं। प्राणायाम से न केवल फेफड़े साफ रहते हैं, बल्कि तनाव भी कम होता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी भी मजबूत होती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।




