अगस्त 2025 से राशन कार्ड और गैस सिलेंडर पर 5 नए नियम लागू होने जा रहे हैं। इन नियमों का उद्देश्य राशन और गैस वितरण प्रणाली को और अधिक पारदर्शी, डिजिटल और सही लाभार्थियों तक पहुंचाना है। सरकार ने यह कदम फर्जी और डुप्लीकेट राशन कार्ड, गैस सब्सिडी के दुरुपयोग को रोकने के लिए उठाए हैं। साथ ही, नए नियमों से आम जनता को राशन और गैस की सुविधा में सुधार और सुरक्षा भी मिलेगी।
यह बदलाव सरकारी वेबसाइटों के अनुसार पूरी तरह से आधिकारिक और लागू हैं। 21 अगस्त से इन नियमों के तहत राशन कार्ड का आधार से लिंक कराना अनिवार्य होगा। साथ ही, राशन लेने के समय बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन जरूरी होगा। गैस सिलेंडर की बुकिंग और डिलीवरी की जानकारी अब डिजिटल माध्यम से एसएमएस या ऐप पर मिलेगी। गैस सब्सिडी सीधे बैंक खातों में मिलेगी, ताकि गलत फायदा लेने वालों पर रोक लग सके।
इन कदमों से मुख्य रूप से फर्जीवाड़े पर रोक लगेगी और सरकारी सुविधाएँ सचमुच जरूरतमंदों तक पहुँचेंगी। साथ ही, राशन और गैस सेवाओं का डिजिटलीकरण बढ़ेगा और लोगों को सुविधा भी मिलेगी।
राशन कार्ड और गैस सिलेंडर पर 21 अगस्त से लागू 5 नए नियम
21 अगस्त से लागू होने वाले नियमों का सार नीचे दिए गए सारणी में दिया गया है ताकि आप आसानी से समझ सकें कि किन-किन चीजों में बदलाव होंगे और आपको क्या करना होगा।
राशन कार्ड आधार लिंकिंग क्यों जरूरी है?
राशन कार्ड को आधार से जोड़ने का मुख्य मकसद है फर्जी और नकली राशन कार्ड को खत्म करना। इससे यह सुनिश्चित होगा कि जो राशन मिलता है, वह सही लाभार्थी को ही मिले। कई बार एक ही व्यक्ति के नाम पर कई राशन कार्ड बन जाते थे, जिससे गलत तरीके से राशन और सब्सिडी ली जाती थी। नए नियमों के बाद ऐसा संभव नहीं होगा। राशन लेने के समय बायोमेट्रिक सत्यापन से कोई और आपके नाम पर राशन नहीं ले सकेगा।
गैस सिलेंडर बुकिंग और सब्सिडी में नया नियम
गैस सिलेंडर बुकिंग से लेकर डिलीवरी तक की जानकारी मोबाइल पर एसएमएस या ऐप के जरिए मिलेगी। इससे ग्राहकों को गैस की स्थिति का समय-समय पर पता चलता रहेगा और डिलीवरी में हो सकने वाली गड़बड़ी रोकी जा सकेगी।





