जब कोई व्यक्ति लंबे समय तक एक ही पोजिशन पर बैठता है, तो इससे उसके एक या दोनों पैरों में सुन्नपन और झनझनाहट हो सकती है। यह कोई गंभीर समस्या नहीं है। जैसे ही व्यक्ति बैठने की पोजिशन बदलता है या हल्की चहल-कदमी करता है, तो इससे पैरों का सुन्नपन दूर हो जाता है। लेकिन, कभी-कभी पैरों में सुन्नपन होना किसी गंभीर बीमारी की ओर भी इशारा करता है। इसलिए, अगर किसी को ऐसा फ्रीक्वेंटली हो, तो उन्हें इसकी अनदेखी नहीं करनी चाहिए। इसके बजाय, इसके कारण को जानने की कोशिश करनी चाहिए। विशेषकर, अगर किसी व्यक्ति को एक पैर में सुन्नपन हो, तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए। यहां हम आपको बता रहे हैं एक पैर में सुन्नपन क्यों हो जाता है और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है।
चोट लगना- Injury
कभी-कभी पैरों में सुन्नपन का कारण चोट लगना हो सकता है। जरूरी नहीं है कि पैर में चोट लगने की वजह से ही पैरों में सुन्नपन हो। कई बार शरीर के किसी भी हिस्से में चोट लगने के कारण पैरों की नसें दब सकती हैं। परिणामस्वरूप पैरों में सुन्नपन की समस्या देखी जा सकती है। विशेषकर, स्पाइन, नितंब, टखने आदि हिस्सों में चोट लगने से पैरों में सुन्नपन होता है। इस संबंध में आपको चाहिए कि डॉक्टर से मिलें और अपनी समस्या बताएं।
डायबिटीज होने पर- Diabetes
डायबिटीज बहुत ही गंभीर समस्या है। जिन लोगों का ब्लड शुगर का स्तर सही नहीं रहता है, उन्हें यह बीमारी होती है। अगर ब्लड शुगर के स्तर को बैलेंस न किया जाए, तो हार्ट डिजीज जैसी कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं, जो कि जानलेवा है। आपको बता दें कि डायबिटीज होने की वजह से शरीर की नसें कमजोर हो जाती हैं। इसे डायबिटिक न्यूरोपैथी (Diabetic Neuropathy) के नाम से जाना जाता है। इस कंडीशन में पैर में सुन्नपन होना, कमजोरी आना और पैरों में दर्द होना जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। इसकी अनदेखी करने से बचें। साथ ही,
पीठ के निचले हिस्से में तकलीफ- Lower Back Issues And Sciatica
पीठ के निचले हिस्से में तकलीफ होने पर अक्सर पैरों में सुन्नपन की समस्या देखी जा सकती है। खासकर, अगर स्पाइनल डिस्क टूट गई है या हर्नियेशन (Herniation)हुआ है। ऐसे में पैरों तक जाने वाली नसों पर दबाव बनता है, जिससे पैरों में दर्द और सुन्नपन हो सकता है। सुन्नपन एक या दोनों पैरों में भी हो सकता है। इसी तरह, सायटिका (Sciatica) भी एक हेल्थ कंडीशन है, जिसमें साइटिका नर्व के दबने की वजह से पीठ के निचले हिस्से में दर्द बढ़ जाता है। साथ ही, पैरों में सुन्नपन की समस्या होने लगती है। इस संबंध में जरूरी है कि आप एक्सपर्ट से मिलकर अपनी समस्या का समाधान करें।
ट्यूमर होने पर- Tumors
ट्यूमर या सिस्ट होने पर ब्रेन, स्पाइनल कॉर्ड पर अतिरिक्त दबाव बनता है। इस दबाव के कारण पैरों का ब्लड फ्लो बाधित होता है। ब्लड सही तरह से फ्लो न होने पर ऑक्सीजन का प्रवाह भी अटकता है। ऐसी कंडीश्न में पैरों में सुन्नपन की समस्या हो सकती है। इससे निपटने के लिए जरूरी है कि आप मुख्य कारण का इलाज करवाएं।
फाइब्रोमायल्जिया- Fibromyalgia
फाइब्रोमायल्जिया होने पर व्यक्ति के पूरे शरीर में तीव्र दर्द होता है, थोड़ा-बहुत काम करते ही व्यक्ति थकान से भर जाता है, मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। गंभीर स्थिति होने पर व्यक्ति के हाथ और पैरों में सुन्नपन और झनझनाहट भी होने लगती है। ऐसा एक पैरा या फिर दोनों हाथ-पैर में हो सकता है। फाइब्रोमायल्जिया होने पर कई तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं, जैसे मांसपेशियों में अकड़न और दर्द, चिड़चिड़ा महसूस करना और याददाश्त का कमजोर होना आदि