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इधर महाकुंभ का महास्नान देखते रहे सब, उधर संगम से 900 KM दूर 30 लाख लोगों ने लगा ली डुबकी

महाकुंभ मेला 20205 का आगाज हो चुका है. साधु-संतों और भक्तों की भीड़ है. मकर संक्रांति के मौके पर महास्नान करने के लिए प्रयागराज के संगम घाट जनसैलाब उमड़ा. संगम में साधु-संतों से लेकर आम पब्लिक तक आस्था की डुबकी लगाती दिखी. 14 जनवरी को प्रयागराज में गंगा स्नान करने वालों की संख्या करोड़ों में है. महाकुंभ मेले का नजारा देखने लायक है. मगर प्रयागराज से करीब 900 किलोमीटर दूर भी मकर संक्रांति के दिन हर-हर गंगे गूंजता रहा. देखते ही देखते महज एक दिन में 30 लाख लोगों ने गंगा में डुबकी लगा ली. जी हां, इसका नाम है गंगासागर मेला.जी हां, प्रयागराज के महाकुंभ की खूब चर्चा है. मगर पश्चिम बंगाल का गंगासागर मेला भी कम नहीं. मकर संक्रांति के मौके पर ही गांगासागर मेला लगता है. कल गंगासागर में डुबकी लगाने वालों की संख्या भी लाखों में थीं. मकर संक्रांति के अवसर पर पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में हुगली नदी और बंगाल की खाड़ी के संगम स्थल गंगासागर में मंगलवार को लगभग 30 लाख श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई. खुद पश्चिम बंगाल के अधिकारी ने इस संख्या को कन्फर्म किया है.

अब तक 85 लाख लोग कर चुके पवित्र स्नान
कड़ाके की ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं ने गंगासागर में पवित्र स्नान किया. साथ ही वहां मौजूद कपिल मुनि के आश्रम में पूजा-अर्चना की. शाही स्नान का शुभ समय सुबह छह बजकर 58 मिनट पर शुरू हुआ था और यह 24 घंटे तक जारी रहा. पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ मंत्री अरूप विश्वासकी मानें तो एक जनवरी से अब तक कुल 85 लाख तीर्थयात्री पवित्र स्नान कर चुके हैं.कितने लोगों की मौत?
गांगासागर में भीड़ इतनी है कि कुछ लोगों की मौत भी हुई है. अलग-अलग राज्यों के पांच तीर्थयात्रियों की अब तक वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों के कारण मृत्यु हो चुकी है. सरकारी विज्ञापन में कहा गया , ‘गंगासागर में अब तक कुल पांच तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है. सात बीमार श्रद्धालुओं को इलाज के लिए कोलकाता ले जाया गया है.’ दक्षिण 24 परगना जिले के एक अधिकारी ने बताया कि मृतकों में से तीन उत्तर प्रदेश, एक हरियाणा और एक छत्तीसगढ़ से थे.महाकुंभ में 14 जनवरी को कितनों ने लगाई डुबकी
वहीं, महाकुंभ के दूसरे स्नान पर्व मकर संक्रांति पर मंगलवार को 13 अखाड़ों के साधु संतों ने बारी-बारी अमृत स्नान किया. महाकुंभ मेला प्रशासन के मुताबिक, मकर संक्रांति पर 3.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में आस्था की डुबकी लगाई. महाकुंभ मेले के मुख्य आकर्षण अखाड़ों के अमृत स्नान में सबसे पहले सन्यासी अखाड़ों में श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा के साधु संतों ने ‘हर हर महादेव’ के घोष के साथ संगम पर अमृत स्नान किया.

 

Manoj Mishra

Editor in Chief

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