जबलपुर शहर में चार नए मार्केट के निर्माण के लिए नगर निगम जमीन तलाश रहा है, जबकि प्राइम लोकेशन में निगम के स्वामित्व की जमीन खाली पड़ी हैं। सिविक सेंटर से लेकर पुराने बस स्टैंड समेत अन्य स्थानों की इन बेशकीमती जमीनों में कहीं पर वाहनों की पार्किंग की जा रही है तो कोई स्पॉट कचरा के गार्बेज स्टेशन के जैसे उपयोग हो रहा है। वहीं नगर के पुराने बाजारों पर भीड़ का दबाव बढ़ता जा रहा है।
बन सकते हैं अत्याधुनिक मार्केट
तीन पत्ती चौक स्थित पुराने बस स्टैंड की खाली हुई जमीन में वर्तमान में वाहनों की पार्किंग की जा रही है। निगम मुख्यालय से लगे कर्मचारियों के टूटे-फूटे जर्जर क्वार्टर की जगह नए मल्टी स्टोरी कॉपलेक्स विकसित करने की दिशा में अब तक कोई पहल नहीं हो सकी है। शहर के बीचोंबीच प्राइम लोकेशन में नगर निगम के स्वामित्व की बेशकीमती जमीन कहीं खाली हैं, तो कहीं कब्जा है। निगम प्रशासन इनका उपयोग नहीं कर रहा है। निगम के पास रानीताल और दमोहनाका से आइएसबीटी मार्ग में जर्जर कर्मचारी क्वार्टर के साथ ही अन्य प्रमुख स्थानों की जमीन का उपयोग भी नहीं हो पा रहा है।
गार्बेज स्टेशन के जैसे उपयोग
दमोहनाका स्थित क्षेत्रीय बस स्टैंड की जमीन खाली पड़ी हुई है, इसका उपयोग नगर निगम मल्टी स्टोरी मार्केट विकसित करने या सेमी कमर्शियल भवन निर्माण के लिए कर सकता है। लेकिन वर्तमान में इस बेशकीमती जमीन का उपयोग अस्थायी गार्बेज स्टेशन के रूप में हो रहा है।
प्राइम लोकेशन की इन जमीन का होगा उपयोग
05 एकड़ के लगभग जमीन है पुराने बस स्टैंड की
10 हजार वर्गफीट से ज्यादा जमीन नेहरू उद्यान के सामने
01 एकड़ के लगभग जमीन सिविक सेंटर चौपाटी के बाजू में
04 एकड़ जमीन दमोहनाका बस स्टैंड की
10 हजार वर्गफीट से ज्यादा जमीन गौरीघाट बस स्टैंड की