धर्म

पितृ दोष से बचाएंगे ये तीन उपाय… पितर प्रसन्न होकर खुशियों से भर देंगे घर, आचार्य से जानें महत्व

नर्मदापुरम. आपके जीवन में भी कई तरह की परेशानी है या फिर बनते हुए काम बिगड़ रहे हैं, तो इसका कारण पितृ दोष भी हो सकता है. अगर आपको पितृ दोष की समस्या है तो इसके लिए आपको कुछ उपाय करने चाहिए. सनातन धर्म में पितरों को एक अलग ही स्थान दिया गया है. पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय करते हैं, ताकि उन्हें पितृ दोष से निजात मिल सके.

ज्योतिषाचार्य पंडित पंकज पाठक ने Local 18 को बताया कि पितृ दोष की समस्या हमारे जीवन में कई प्रकार की परेशानी लाती है. अगर कुंडली या घर में पितृ दोष है, तो जीवन में परेशानियां बनी रहेंगी. अगर आप से पितृ खुश हैं और उनका आशीर्वाद आपको मिलता है तो घर-परिवार में सभी कार्य सफल होंगे एवं सुख-शांति बनी रहेगी. अगर पितृ दोष से परेशान हैं तो इन तीन उपायों को करना शुरू कर दें.

इन तीन उपायों से खुश होंगे पितर 

. आपको पीपल के पेड़ में जल अर्पित करना होगा. माना जाता है कि पीपल के वृक्ष में पितरों का वास होता है. साथ ही पीपल के पेड़ की 7 परिक्रमा करनी चाहिए. परिक्रमा करने के बाद वृक्ष के नीचे सरसों के तेल के दीपक में काला तिल मिलाकर छाया दान करने से पितृ दोष से निजात मिलती है.

2. पितृदोष की समस्या से छुटकारा चाहते हैं तो इसके लिए आपको एक कलश में जल लेकर उसमें काला तिल मिलकर दक्षिण दिशा की ओर अर्घ्य देना चाहिए. इसके अलावा पितृपक्ष में श्राद्ध, पिंडदान आदि का कर्म करने से भी पितृ प्रसन्न होते हैं. अगर व्यक्ति ऐसा करते हैं तो पितृ दोष समाप्त होंगे. साथ ही उनसे पितृ प्रसन्न होंगे और आशीर्वाद प्रदान करेंगे.

3. पितृ दोष से पीड़ित व्यक्ति को रोज शाम के समय स्वयं को शुद्ध कर, मिट्टी के दीए में तेल डालकर दीपक जलाना चाहिए. घर की छत पर दक्षिण दिशा में दीया रख दीजिए. इसके बाद पितरों से हाथ जोड़कर कुशल मंगल की कामना करें. मिट्टी का दीपक न हो तो गाय के गोबर से दिया बनाकर भी प्रयोग कर सकते हैं. ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन में खुशियां आएंगी और पितरों का आशीर्वाद मिलेगा.

 

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का  जगन्नाथ डॉट कॉम व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

 

 

Manoj Mishra

Editor in Chief

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