जोधपुर राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की ओर से इस साल पहली बार चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (आइटीईपी) में प्रवेश के लिए बुधवार को अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (एनसीइटी 2024) अव्यवस्थाओं के चलते रद्द करना पड़ा है। परीक्षा दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक ऑनलाइन थी, लेकिन जोधपुर सहित अधिकांश शहरों के परीक्षा केंद्रों पर एनटीए के सर्वर में तकनीकी खामी की वजह से परीक्षा बीए बीएड व बीएससी बीएड की जगह आइटीईपी नई शिक्षा नीति के तहत एनसीटीई ने इस साल से देश में चार वर्षीय बीए बीएड और बीएससी बीएड पाठ्यक्रम के स्थान पर आइटीईपी लागू किया है, जो कॉमर्स, आर्ट्स, साइंस तीनों विषयों में होगा। आइटीईपी पाठ्यक्रम केंद्रीय, राज्य व निजी विवि के अलावा आइआइटीज में भी शुरू किया जा रहा है। लेकिन तकनीकी खीमी की वजह से शुरू नहीं हो सकी।
गणित का पर्चा तो शाम 5 बजे तक ओपन नहीं हुआ। बायोलॉजी, कॉमर्स और आर्ट्स विषय के प्रश्न पत्र आधे घंटे के लिए खुले। छात्र-छात्राएं तीन घंटे परीक्षा केंद्र पर व्यर्थ बैठे रहे। आखिर उन्हें पांच बजे छोड़ दिया गया।
बैठक के तुरंत बाद परीक्षा रद्द
देशभर से शिकायतें मिलने के बाद एनटीए ने शाम 5 बजे आपात बैठक की। जिसके तुरंत बाद एनटीए ने परीक्षा रद्द करने की घोषणा की। परीक्षा की नई तिथि जल्द ही घोषित की जाएगी।
बीए बीएड व बीएससी बीएड की जगह आइटीईपी
नई शिक्षा नीति के तहत एनसीटीई ने इस साल से देश में चार वर्षीय बीए बीएड और बीएससी बीएड पाठ्यक्रम के स्थान पर आइटीईपी लागू किया है, जो कॉमर्स, आर्ट्स, साइंस तीनों विषयों में होगा। आइटीईपी पाठ्यक्रम केंद्रीय, राज्य व निजी विवि के अलावा आइआइटीज में भी शुरू किया जा रहा है।
40,233 परीक्षार्थियों ने देशभर में किया रजिस्ट्रेशन
29 हजार से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा में बैठे
160 शहरों के 292 परीक्षा केंद्रों पर हुई एनसीईटी
66 विषयों में होनी थी यह परीक्षा