गोड्डा. जिले के पथरगामा प्रखंड के बरमसिया गांव के रहने वाले बमबम बगवे पेशे से शिक्षक हैं. वह पहली से दसवीं कक्षा तक खुद का निजी स्कूल चलाते हैं. लेकिन, खेती से इस प्रकार जुड़े हैं कि चार एकड़ खेत में खुद सब्जी उगाते हैं. खेत में होने वाली हर प्रकार की सब्जी को वह बाजार में नहीं बेचते, बल्कि सभी सब्जी की खपत अपने परिवार समेत स्कूल के हास्टल में करते हैं. इसमें हॉस्टल में सैकड़ों बच्चे हैं.बमबम बागवे जिले में सबसे बड़े सब्जी किसान के रूप में जाने जाते हैं, लेकिन ये सब्जी नहीं बेचते. जगन्नाथ डॉट कॉम को बमबम बगवे ने बताया कि वह कुशवाहा परिवार से हैं. उनका परिवार सदियों से खेती से ही जुड़ा है. वर्तमान में वह गांव में ही निजी स्कूल चलाते हैं. बावजूद इसके वह सुबह 4 से 5 घंटे रोजाना खुद से खेती करते हैं. खुद से जुताई से लेकर, बीज डालना, खाद डालना, खरपतवार हटाना, पटवन करना और सब्जियों को तोड़ना हर काम खुद करते हैं साल भर उगाते हैं सब्जी
बमबम बागवे गोड्डा में होने वाली हर प्रकार की सब्जी की खेती करते हैं. इसके साथ खुद से नए-नए तकनीक से भी खेती करते हैं. हाल ही में उन्होंने गोड्डा में पहली बार अपने 3 कट्ठे खेत में तरबूज की खेती की. पहली बार में ही उन्होंने अच्छा उत्पादन किया है. वर्तमान में तरबूज के साथ सब्जी में 10 कट्ठा में करेला, 10 कट्ठा में नेनुआ, 1 बीघा में भिंडी, 15 कट्ठा में बैंगन, 5 कट्ठा में बोड़ा और 2 कट्ठा में सेम की खेती कर रहे हैं. इसके अलावा केता, ओल, मिर्च और कद्दू की रोपाई कर रहे हैं. लेकिन, वह सब्जी बाजार में नहीं बेचते.
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